वॉट्सऐप पर एनक्रिप्टेड मेसेज भी पढ़ सकते हैं हैकर, ऐसे रहें सेफ

वॉट्सऐप यूजर्स को एक सिक्यॉरिटी थ्रेट से जुड़ी चेतावनी दी जा रही है, जो पॉप्युलर चैटिंग ऐप पर असर डाल रहा है। एक्सपर्ट्स ने वॉट्सऐप से जुड़ी इस खामी का पता लगाया है और कहा है कि बीते दिनों वॉट्सऐप के बड़े यूजरबेस को साइबरक्रिमिनल्स निशाना बनाया है, इसके बाद से प्लैटफॉर्म पर फेक वाउचर्स जैसे ढेरों स्कैम्स भी सर्कुलेट किए गए हैं। इससे पहले हैकर्स की ओर से बड़ा अटैक इस साल देखने को मिला था, जब वॉट्सऐप की एक खामी के चलते हैकर्स डिवाइस में सर्विलांस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर रहे थे। ऐपल डिवाइस यूजर्स को लेटेस्ट iOS अपडेट इंस्टॉल करने की सलाह दी जा रही है, जिससे ऐसे खतरों से बचा जा सके।

वॉट्सऐप दुनिया का सबसे पॉप्युलर चैटिंग ऐप है और फेसबुक की ओनरशिप वाले इस ऐप के ग्लोबली 150 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं। यही वजह है कि ऐप यूजर्स को अलर्ट किया जा रहा है कि वे ऐसे स्कैम्स से बचकर रहें। इतना ही नहीं, प्लैटफॉर्म वॉट्सऐप पर यूजर्स के मेसेज वैसे तो एंड-टू-एंड एनक्रिप्टेड होने का दावा करता है, यानी कि मेसेज भेजने और रिसीव करने वाले के अलावा कोई तीसरा मेसेज नहीं पढ़ सकता लेकिन दावा किया गया है कि एक नए बग की वजह से हैकर्स अब वॉट्सऐप पर एनक्रिप्टेड मेसेज भी पढ़ सकते थे। इसके बाद यूजर्स को ओएस अपडेट करने की सलाह दी जा रही है।

वॉट्सऐप मेसेजेस भी हैक

वॉट्सऐप में आए इस सिक्यॉरिटी थ्रेट का पता गूगल के प्रॉजेक्ट जीरो की टीम ने लगाया है, जिसका कहना है कि इस बग ने iOS डिवाइसेज पर असर डाला है। सिक्यॉरिटी रिसर्चर्स ने बताया है कि कुछ वेबसाइट्स पर जाते ही हैकर्स को iOS यूजर्स के डीटेल्स और डिवाइस का डेटा मिल जाता है। इसकी मदद से बिना भनक लगे यूजर के फोटो, टेक्स्ट और लोकेशन तक को ऐक्सेस किया जा सकता है। Forbes की रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल के सिक्यॉरिटी रिसर्चर्स ने दावा किया है कि इस बग की मदद से हैकर्स को वॉट्सऐप पर एनक्रिप्टेड मेसेजेस का ऐक्सेस भी मिल सकता था।

फिक्स कर दिया गया बग

गूगल के रिसर्चर इयान बियर ने कहा है कि बग की मदद से न सिर्फ हैकर्स विक्टिम के फोन पर मौजूद सभी डेटाबेस फाइल्स को ऐक्सेस कर सकते थे, भले ही उनमें एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन का इस्तेमाल किया गया हो। उन्होंने कहा, 'न सिर्फ मेसेजिंग ऐप पर मिलने वाला एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन इस बग की वजह से ब्रेक किया जा सकता था बल्कि अटैकर ऐसे एनक्रिप्टेड मेसेजेस प्लेन टेक्स्ट की तरह अपने सर्वर पर भेज सकते थे।' गूगल ने कहा कि केवल कुछ वेबसाइट्स ही ऐसी हैकिंग कर रही थीं, जिनकी पहचान कर ली गई है। अच्छी बात यह है कि ऐपल की ओर से इस बग को फिक्स कर दिया गया है।

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