रक्षा सौदा: PM मोदी का राहुल गांधी पर हमला- नामदार के लिए था मलाई का पूरा इंतजाम

  
नई दिल्ली 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रक्षा सौदों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला है. पीएम मोदी ने मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तब नामदार (राहुल गांधी) के एक बिजनेस पार्टनर को कैसे रक्षा सौदों में शामिल किया गया था.

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के नामदार किसानों की जमीन को ट्रस्ट के नाम पर कब्जा करते हैं और फिर उसको हड़प लेते हैं. इससे आगे उन्होंने कहा, 'आज सुबह ही मैं पढ़ रहा था कि जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तब नामदार (राहुल गांधी) के एक बिजनेस पार्टनर को कैसे रक्षा सौदों में शामिल किया गया था. सरकार भी अपनी, दोस्त भी अपना और रक्षा सौदा भी बड़ा यानी नामदार के लिए मलाई का पूरा इंतजाम था'.

पीएम मोदी ने कहा कि मीडिया में आई यह रिपोर्ट बहुत से सवाल खड़े कर रही है और इन लोगों ने कैसे देश को लूटा है इसका खुलासा कर रही है. पीएम मोदी ने राहुल गांधी की सफाई पर भी टिप्पणी की. राहुल के जांच कराने वाले बयान पर पीएम मोदी ने कहा कि मीडिया में जांच की बात कहते हैं लेकिन जब इनके यहां नोटिस भेजे जाते हैं तो जवाब नहीं देते हैं, क्योंकि ये अपनी सरकार का इंतजार करते रहते हैं.

पीएम मोदी से पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी यह मुद्दा उठाया. उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए लिखा है कि उनकी जादुई शक्ति के सामने कुछ मुश्किल नहीं है. शाह ने अपने ट्वीट में लिखा, ''राहुल गांधी के 'मिडास टच' के साथ कोई भी सौदा बहुत ज्यादा नहीं है. जब वह सत्ता में थे, उनके कारोबारी साझेदार फायदा उठा रहे थे. इससे फर्क नहीं पड़ता कि भारत को इसका परिणाम भुगतना पड़े'.
 
जबकि राहुल गांधी ने जांच की चुनौती देते हुए कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है. बता दें कि राहुल गांधी के बिजनेस पार्टनर रहे यूलरिक मैकनाइट को यूपीए सरकार के दौरान ऑफसेट्स डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट के जरिए फायदा पहुंचाए जाने का मामला सामने आया है. यूलरिक मैकनाइट कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ब्रिटिश कंपनी बैकोप्स यूके के को-प्रमोटर (Co-promoter) थे. जिस वक्त मैकनाइट से जुड़ी कंपनियों को डिफेंस डील मिली, उस वक्त केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी.

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