तीनों पार्टी की विचारधारा भिन्न लेकिन फैसले लेने का अधिकार केवल उद्धव का
मुंबई
मोदी सरकार 2.0 को सत्ता पर काबिज हुए एक साल पूरा हो चुका है .शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में निर्णय लेने का अधिकार सिर्फ मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पास है .
संजय राउत ने कहा कि तीनों पार्टी की विचारधारा भिन्न है, लेकिन तीनों पार्टियां एकजुट होकर महाराष्ट्र के लिए काम कर रही हैं. इसलिए विपक्ष को सिरदर्द हो रहा है. विपक्ष तीनों पार्टियों में तालमेल ना होने का गलत आरोप लगा रहा है.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की बात सही है. उनके नेता बड़े निर्णय में शामिल नहीं है. गठबंधन में इस तरह से काम होता है. चाहे वह केंद्र का हो या महाराष्ट्र का. अंतिम मुख्य निर्णय मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ही लेते हैं और उनके निर्णय से अब तक किसी को भी दिक्कत नहीं आई है.
बीजेपी को सत्ता का लालच…
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि हम 30 साल बीजेपी के साथ रहे. हमारे वजह से गठबंधन में दरार हुई यह आरोप गलत है. ताली एक हाथ से नहीं बचती . हम हर बुरे वक्त में उनके साथ रहे पर बीजेपी को सत्ता का लालच है. सत्ता के लिए वो अपने ही दोस्त की बलि देना चाहते हैं. इसलिए अब हम साथ नहीं हैं.
सबको साथ आना होगा …
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आरोपों को लेकर संजय राउत ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री को भी पता है महाराष्ट्र का कैसा हाल है . वो विपक्ष में हैं तो वो आरोप लगाएंगे ही. लेकिन मुंबई, पुणे, नागपुर जैसे शहरों में हालात सभी जानते हैं. अभी राजनीति को भूलना होगा और सबको साथ खड़े रहना होगा. तभी हम एकजुट होकर कोरोना को हरा पाएंगे.