साध्वी प्रज्ञा के बचाव में आए मोदी के मंत्री, बोले- गोडसे पर माफी की जरूरत नहीं
नई दिल्ली
मध्य प्रदेश के भोपाल से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया तो हंगामा हो गया. भारतीय जनता पार्टी के अलावा पूरे विपक्ष ने इस बयान की निंदा की जिसके बाद उन्हें माफी मांगनी पड़ी. लेकिन ये बवाल अभी ढंग से थमा ही नहीं था कि मोदी सरकार में मंत्री अनंत हेगड़े का एक और बयान आ गया, उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि नाथूराम गोडसे को लेकर 7 दशक के बाद सार्थक चर्चा हो रही होगी.
अनंत हेगड़े ने शुक्रवार सुबह ट्वीट कर लिखा, ‘मैं खुश हूं कि करीब 7 दशक के बाद आज की पीढ़ी नए बदलाव के साथ इस मुद्दे पर चर्चा कर रही है. इस चर्चा को सुन आज नाथूराम गोडसे अच्छा महसूस कर रहे होंगे’.
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि अब समय है कि आप मुखर हों और माफी मांगने से आगे बढ़ें, अब नहीं तो कब?’ अनंत हेगड़े ने ये ट्वीट एक ट्वीट के जवाब में दिया है.
आपको बता दें कि अनंत हेगड़े वही मंत्री हैं जो पिछले पांच साल में कई बार अपने बयानों के कारण सुर्खियां बटोर चुके हैं. मोदी सरकार बनने के कुछ समय बाद ही उनका संविधान बदलने को लेकर जो बयान आया था, उससे उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली और उसके बाद वह लगातार इस प्रकार की बयानबाजी करते रहे.
साध्वी के बयान पर हुआ था विवाद
अनंत हेगड़े का ये बयान साध्वी प्रज्ञा के बयान के बाद आया है, जिसमें साध्वी प्रज्ञा ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था. साध्वी प्रज्ञा ने कहा था, ‘नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, हैं और रहेंगे. उनका विरोध करने वालों को देश की जनता इस बार जवाब देगी’.
साध्वी के इस बयान पर राजनीतिक हल्कों में तूफान आ गया था और समूचे विपक्ष ने इसको लेकर बीजेपी की निंदा की थी. आनन-फानन में बीजेपी ने भी खुद को साध्वी के इस बयान से अलग किया और उन्हें माफी मांगने को कहा, जिसके बाद देर रात साध्वी ने पहले बयान जारी कर और फिर ट्वीट कर माफी मांगी.