कक्काजी बोले- किसान खुद ले वोट का निर्णय, एक से 10 जून तक गांव बंद रखने की चेतावनी
भोपाल
फसल के वाजिब दाम दिए जाने, कृषि लागत कम करने, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने जैसे मुद्दे पर किसान एक बार फिर मुखर हुए हैं। इन्हीं मांगों को लेकर मध्यप्रदेश के किसान एक जून से 10 जून तक गांव बंद आंदोलन करेंगे। किसान अपने उत्पाद लेकर शहर नहीं आएंगे। इनकी बिक्री गांवों से ही होगी। यह जानकारी मंगलवार को मीडिया से मुखातिब किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा ‘कक्काजी’ ने दी।
कक्काजी ने कहा कि सरकारें किसानों से वादाखिलाफी करती आई हैं, लेकिन अब किसान किसी भी झांसे में आने वाले नहीं हैं। किसी भी दल ने अपने घोषणा पत्र में अन्नदाता को फसल का उचित दाम दिलाए जाने का वादा नहीं किया है। राजनीतिक दल स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू करने की बात भी नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारें किसानों को आर्थिक मदद के बहाने भीख देने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने 28 किसान विरोधी निर्णय लिए हैं।
एक सवाल पर कक्काजी ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने किसानों का कर्ज माफ किए जाने का वादा किया है, उम्मीद है सरकार वादा पूरा करेगी। वादा पूरा न होने पर किसान विरोध आंदोलन करेंगे। इस चुनाव में किसान वोट जरूर करें, वोट किसे करना है इसका निर्णय किसान स्वयं करे।