अब रामलाल बताएँगे की विस चुनाव में क्या गलतियां हुईं

भोपाल
विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद 18 जनवरी को पहली बार हो रही भाजपा की बैठक में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल पार्टी के पदाधिकारियों के साथ चुनाव में मिली हार पर बात करेंगे। केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर भोपाल में होने वाली प्रदेश पदाधिकारियों की इस बैठक में यह बताया जाएगा कि में विधानसभा चुनाव में क्या गलतियां हुईं जिनकी बदौलत पार्टी को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। साथ ही आने वाले लोकसभा चुनाव में क्या नहीं करना है और किस तरह की रणनीति पर काम करना है ताकि 2014 के चुनाव की तरह 27 सीटों पर पार्टी की जीत का आंकड़ा बना रहे। इसी बैठक में यह भी तय होगा कि आने वाले दिनों में हर लोकसभा क्षेत्र में कौन से सम्मेलन कराए जाने हैं। 

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राष्ट्रीय अधिवेशन में यह कह चुके हैं कि राजस्थान, छत्तीसगढ़ के साथ मध्यप्रदेश में मिली हार को नजरअंदाज करते हुए लोकसभा चुनाव की तैयारी पूरे जोश से करना है। इसके बाद भी 18 जनवरी को प्रदेश कार्यालय में होने वाली बैठक में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल, प्रदेश प्रभारी डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे, मध्यप्रदेश को लोकसभा चुनाव प्रभारी स्वतंत्र देव सिंह, सह प्रभारी सतीश उपाध्याय यह बताएंगे कि विधानसभा चुनाव की किन गलतियों को इस चुनाव में नहीं दोहराना है। प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत समेत अन्य नेताओं की मौजूदगी में इस बैठक में चुनावी रणनीति को फाइनल कर विस्तारकों, प्रदेश प्रभारियों तथा लोकसभा चुनाव संचालन समिति को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। 

केंद्रीय नेतृत्व ने तय किया है कि लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के पहले तीन बड़े सम्मेलन कराए जाएं। ये बौद्धिक सम्मेलन, शक्ति केंद्र संगम और युवा संसद के रूप में होंगे। बौद्धिक सम्मेलन के माध्यम से प्रदेश के प्रबुद्ध वर्ग को साधने का काम किया जाएगा और मध्यम व अन्य वर्ग के लिए मोदी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। वहीं शक्ति केंद्र संगम में महिलाओं के लिए बनाई गई योजनाएं फोकस में रहेंगी। इसके अलावा युवा संसद में युवाओं को साधने का काम किया जाएगा। इसके लिए पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने कार्यक्रम पहले ही जारी कर दिए हैं। प्रदेश के 29 लोकसभा क्षेत्रों को दस क्लस्टर में बांटा गया है जिसमें हर क्लस्टर में तीन से चार लोकसभा शामिल किए गए हैं। क्लस्टर में बंटे इन लोकसभा क्षेत्रों में हर लोकसभा क्षेत्र में अलग-अलग एक सम्मेलन कराए जाने की तैयारी है जिसकी लोकसभा क्षेत्रवार तारीख 18 जनवरी की बैठक में तय होगी। 

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