MP में भारी बारिश से अबतक 32 की मौत, नदी-नाले उफान पर, फसलें बर्बाद, आगे ऐसा रहेगा मौसम

भोपाल
मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बारिश पर शनिवार से ब्रेक लग गया है, हालांकि कई जिलों में बूंदाबांदी का दौर जारी है। मौसम विभाग की माने तो मानसूनी सिस्टम कमजोर होने के काऱण एक दो दिन बारिश में कमी आएगी। बंगाल की खाड़ी में 12 अगस्त को नया सिस्टम बनने के संकेत हैं। इस कारण राजधानी और प्रदेश में 14 अगस्त से फिर तेज बारिश के आसार हैं। बीते दिनों हुई बारिश से नदी-नाले उफान पर है, कई बांधों के गेट खोले गए है, कई जगहों पर बाढ जैसे हालात बने हुए है, हालांकि शासन-प्रशासन द्वारा राहत-बचाव कार्य जारी है।

मौसम विभाग के अनुसार, एक जून से अब तक 614 मिली मीटर बारिश हो चुकी है, जो सामान्य 550 मिली मीटर से 64 मिमी ज्यादा है। मप्र में बारिश का कोटा 30 सितंबर तक 953 मिली मीटर है।वर्तमान में अवदाब का क्षेत्र उत्तर गुजरात और दक्षिण राजस्थान पर सक्रिय हो गया है। इस सिस्टम के रुखसत होते ही प्रदेश में बौछारें पड़ने का सिलसिला थमने लगा है।यह सिस्टम 12 अगस्त को फिर से बनेगा। इसके प्रभाव से 14 अगस्त से प्रदेश में एक बार फिर बारिश हो सकती है। वही मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना जताई है।

प्रदेश में आफत बनी बारिश के चलते शनिवार को मंदसौर का हवाई सर्वे करने पहुंचे मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि अब तक हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी है,  200 मवेशी मारे जा चुके हैं। जबकि मप्र में अब तक बारिश से 32 लोगों की जान चली गई है। प्रभावितों को सरकार सभी जरूरी मदद मुहैया कराएगी।  इसी बीच पत्रकारों ने पूछा कि अभी जिले में कहीं बाढ़ की स्थिति नहीं है। सड़क मार्ग भी चालू है। ऐसे में हवाई सर्वे का क्या औचित्य है? इस पर मंत्री भड़क गए। कहा- नहीं आते तो कहते, कोई नहीं आया, आया तो भी मुसीबत। बाद में संभलते हुए कहा कि मुझे झाबुआ भी जाना है और वहां से भोपाल पहुंचना है। समय की कमी के कारण हवाई सर्वे किया है।

मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के कई जिलों में अगले 48 घंटों तक भारी बारिश की संभावना है। मध्यप्रदेश के रतलाम, अलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी, धार, नीमच और मन्दसौर जिले में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *