ईओडब्ल्यू ने एमसीयू पर कसा शिकंजा, नोटिस देकर विवि के अधिकारियों को किया तलब 

भोपाल 
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय(एमसीयू) के 19 प्रोफेसरों व  पूर्व कुलपति कुलपति ब्रज किशोर कुठियाला के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा एफआईआर दर्ज करने के मामले तेजी आ गई है। ईओडब्ल्यू ने एमसीयू पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ईओडब्ल्यू ने इस मामले में विवि के तीन अधिकारियों को शुक्रवार को बयान के लिए तलब किया है।ईओडब्ल्यू ने नोटिस देकर विवि के अधिकारियों को तलब किया था। वित्त अधिकारी रिंकी जैन से एक घंटे तक पूछताछ के बाद उनके बयान दर्ज किए गए।

वित्त अधिकारी से ईओडब्ल्यू ने पूछा कि पूर्व कुलपति कुठियाला के कार्यकाल में कितने प्रोफेसरों की नियुक्ति हुई, किस वेतनमान और किस योग्यता के आधार पर नियुक्ति की गई। साथ ही कुठियाला के दिल्ली और अन्य स्थानों पर विवि की मद से खर्च किए गए रुपयों को लेकर भी पूछताछ हुई। इस मामले में ईओडब्ल्यू ने भुगतान की अनुमति से संबंधित दस्तावेज विवि से पहले ही तलब कर लिए थे। बयानों के बाद इस मामले में आगे की कार्यवाही और तेज हो सकती है। ज्ञात होग ईओडब्ल्यू ने कुठियाला सहित 20 लोगों पर प्रकरण दर्ज किया है। ईओडब्ल्यू ने एफआईआर में जिक्र किया है कि 2003 से 2018 के बीच संस्थान में यूजीसी के नियमों के विपरीत अपात्र व्यक्तियों की नियुक्ति की गई है। ऐसा माना जा रहा है कि इसके बाद एफआईआर दर्ज होने वाले बाकी प्रोफेसरों से भ्ाी प्रारंभिक पूछताछ की जाएगी।  

जांच समिति के पास 181 शिकायतें पहुंची थी
भाजपा सरकार ने एमसीयू का जबरदस्त इस्तमाल किया है। इसलिये सरकार बदलते अस्तित्व में आयी कांग्रेस सरकार ने एमसीयू को रडार पर ले रखा है। इसीलिए ईओडब्ल्यू ने 20 लोंगो के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर तख है। अब ईओडब्ल्यू ने एमसीयू प्रोफेसरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। एमसीयू में घोटालों और गड़बड़ियों की जांच कर रही जांच समिति के पास 181 शिकायतें पहुंची थीं। इन शिकायतों में भोपाल, नोयडा परिसर में हुई नियुक्तियां, बिखनखेड़ी में विश्वविद्यालय के नए कैंपस निर्माण, विश्वविद्यालय के नाम पर की गई तमाम खरीदी और लोगों को उपकृत और स्टडी सेंटर खोलने में हुई धांधली करने जैसे मामले सामने आए थे। इसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति बनाई गई थी। समिति ने एमसीयू में 2003 के बाद की गई सभी नियुक्तियों सहित विश्वविद्यालय में विभिन्न् माध्यमों से आई शिकायतों की जांच की है। उनकी जांच रिपोर्ट के आधार पर ईओडब्ल्यू ने पूर्व कुलपति बृज किशोर कुठियाला सहित 20 प्रोफेसरों पर एफआईआर दर्ज की है। 

इनके खिलाफ हुई थी एफआईआर
अनुराग सीठ, पी शशिकला, पवित्र श्रीवास्तव, अरुण कुमार भगत, संजय द्विवेदी, मोनिका वर्मा, कंचन भटिया, मनोज कुमार पचारिया, आरती सारंग, रंजन सिंह, सुरेंद्र पाल, सौरभ मालवीय, सूर्य प्रकाश, प्रदीप डेहरिया, सतेंद्र कुमार डेहरिया, गजेंद्र सिंह अवस्या, कपिल राज चंदोरिया, रजनी नागपाल।

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