BJP में डैमेज कंट्रोल की कोशिश, सदस्यता अभियान के ज़रिए एकजुटता का संदेश

भोपाल
दो विधायकों के बाग़ी होने से घबराई बीजेपी अब मध्य प्रदेश में सदस्यता अभियान में भी पिछड़ रही है. नेता अब पार्टी को एकजुट कर नये सदस्य जोड़ने के लिए दिन रात एक किए हुए हैं. भोपाल में आज पार्टी संगठन के पदाधिकारियों, जिला अध्यक्षों और विधायकों की बैठक हुई. इसमें सदस्यता अभियान के साथ-साथ एकजुटता का संदेश भी दिया गया.कांग्रेस के बाद अब बीजेपी के बड़े नेता हॉस ट्रेडिंग का आरोप लगा रहे हैं.दावा यह भी किया जा रहा है कि कांग्रेस के बाद अब बीजेपी में कांग्रेसी विधायक आना शुरू होंगे.

अभी तक कांग्रेस अपने विधायकों को एकजुटता का संदेश दे रही थी, लेकिन दो विधायकों के पाला बदलने के बाद अब बीजेपी भी बैठक के बहाने एकजुटता का अभियान चला रही है.बैठक सदस्यता अभियान को लेकर बीजेपी कार्यालय में जरूर थी, लेकिन इस बैठक के पीछे बीजेपी के विधायकों को एकजुटता का संदेश देना भी था.

विधानसभा में दंड विधि संशोधन विधेयक पर कांग्रेस का साथ देने वाले बीजेपी के दोनों विधायकों नारायण त्रिपाठी और शरद कोल को भी बैठक में बुलाया गया था.लेकिन दोनों नहीं आए.

प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने सफाई दी कि कई विधायकों ने पहले ही सूचना दे दी थी कि वो बैठक में नहीं आ पाएंगे. उन्होंने कांग्रेस पर बीजेपी विधायकों को प्रलोभन देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा बीजेपी के कई विधायकों ने प्रदेश संगठन से शिकायत की है कि कॉंग्रेस उनको प्रलोभन दे रही है.नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कांग्रेस के नेता आर्थिक रूप से कमजोर विधायकों को बहला फुसलाकर प्रलोभन दे रहे हैं…लेकिन हमारे विधायक बब्बर शेर है…ये लोहे के चने हैं और जो इन लोहे के चनों के चबाने की कोशिश जो करेगा उसके दांत टूट जाएंगे.

बैठक में पहुंचे बीजेपी विधायकों और नेताओं का कहना है जिन विधायकों को कांग्रेस में जाना था, वो चले गए.अब कोई नहीं जाएगा.विधायक आकाश विजयवर्गीय ने यहां तक कह दिया कि कमलनाथ सरकार की स्थिति खराब है और अब कांग्रेस के विधायक बीजेपी में आना शुरू होंगे.

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