4 लाख दीये, 72 घंटे, 10 हजार मंदिर, 5000 वॉलंटियर्स, ऐसी है अयोध्या की योगी दिवाली

 
अयोध्या 

 अयोध्या इस बार दीपावली पर ज्यादा जगमग होगी. सिर्फ राम की पैड़ी पर दीये नहीं जलेंगे बल्कि पूरी रामनगरी में तीन दिन तक हर घर में जलेंगे दीये. यानी 24, 25 और 26 अक्टूबर को अयोध्या को रौशन करने के लिए प्रशासन और लोगों ने पूरी तैयारी कर ली है. इस बार गुप्तारघाट, भरतकुंड समेत अयोध्या के 13 प्रमुख मंदिरों में तीन दिनों तक हर दिन 5001 दीये जलेंगे. इसके अलावा अयोध्या के सभी 10 हजार मंदिरों और घरों में भी दीये जलाए जाएंगे. जिला प्रशासन, अयोध्या नगर निगम और शहर के बड़े शैक्षणिक संस्थान इस मुहिम में जुट गए हैं. इसके जरिए पूरी अयोध्या को दीपोत्सव से जोड़ने की कवायद की जा रही है. अयोध्या के लोगों को यह भी उम्मीद है कि दिवाली से पहले मंदिर पर 18 अक्टूबर को आने वाले फैसले से भी बड़ी खुशी मिल सकती है. ऐसे में दिवाली में अयोध्या के लोगों को दोहरी खुशी का तोहफा मिल सकता है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश का सीएम बनने के बाद अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की थी. यह साल-दर-साल और वृहद होता जा रहा है. इस बार सिर्फ यह राम की पैड़ी तक सीमित नहीं रहेगा. इस बार इसे पूरे जिले में मनाया जाएगा. अयोध्या नगर निगम के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय ने aajtak.in को बताया कि अयोध्या को त्रेता युग जैसा सजाने की तैयारी है. यानी वैसी रोशनी करनी है, जैसी त्रेता युग में भगवान श्रीराम के लंका विजय कर अयोध्या लौटने पर हुई थी. दीपोत्सव कार्यक्रम को अयोध्या के गुप्तारघाट से लेकर भरत जी की तपस्थली नंदीग्राम तक फैलाया जा रहा है.

अवध विश्वविद्यालय के कुलपति मनोज दीक्षित ने बताया कि इस बार यूनिवर्सिटी और उससे जुड़े सभी कॉलेजों के स्टूडेंट्स वॉलंटियर कर रहे हैं. ये सभी स्टूडेंट्स पूरे जिले के हर घर में जाकर दीये जलाने के लिए लोगों को प्रेरित करेंगे और दीये जलाने में मदद करेंगे. वॉलंटियर बनने के लिए अब तक 5 हजार बच्चों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. अवध विश्वविद्यालय के कुलपति मनोज दीक्षित ने बताया कि इस बार कुल चार लाख दीये जलाने का कार्यक्रम है. इस बार पिछले साल से ज्यादा दीये जलाने का रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है. हालांकि दीयों की संख्या के बारे में अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. लेकिन यह जरूर माना जा रहा है कि तीन दिनों में इतने दीये तो जल ही जाएंगे.

अयोध्या नगर निगम के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय ने बताया कि इस बार कनक भवन, हनुमान गढ़ी, दशरथ महल, मणिराम दास छावनी, छोटी देवकाली, गुप्तारघाट, भरतकुंड समेत जिले 13 बड़े मंदिरों में 24 से लेकर 26 अक्टूबर तक हर शाम 5001 दीये जलाए जाएंगे. इसके अलावा जिला प्रशासन ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों, शिक्षकों और बच्चों के जरिए कार्यक्रम को सफल बनाने की योजना तैयार की गई है. लोगों की जनभागीदारी बढ़ाने के लिए लोगों से बातचीत की जा रही है. घोषणाएं की जा रही हैं. कई समाजसेवी संस्थाएं भी सामने आ रही हैं, जो दीपोत्सव को बड़ा और अद्भुत बनाने की मुहिम से जुड़ी हुई हैं.

पांच देशों की रामलीला मंडली करेंगी प्रदर्शन
इस बार अयोध्या के दीपोत्सव में पांच देशों की रामलीला मंडलियों को बुलाया गया है. ये देश हैं- मॉरिशस, थाईलैंड, इंडोनेशिया, सूरीनाम और नेपाल. इन देशों की रामलीला मंडलियां अपनी शैली में रामलीला का मंचन करेंगी. इसके अलावा देश के विभिन्न कोनों से करीब 32 सांस्कृतिक दलों का कार्यक्रम होगा. पिछले साल करीब 25 सांस्कृतिक दल आए थे. इसके अलावा श्रीलंका से भी विभिन्न प्रकार के कलाकार आएंगे. चित्रकला प्रदर्शनी भी लगेगी. इनमें भगवान राम के जीवन का चित्रण किया जाएगा.

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