होटलों में 14 दिन के लिए थे क्वारंटीन, लंदन से आए प्रवासियों को सात दिन में ही घर जाने की अनुमति
वाराणसी
वंदे भारत मिशन के तहत 18 मई को लंदन से आए लगभग 40 प्रवासी भारतीयों को उनके गृह जनपद जाने की अनुमति मिल गई है। कानपुर, लखनऊ और जौनपुर के रहने वाले ये प्रवासी गोदौलिया स्थित होटल ग्रैंड इन में क्वारंटीन थे। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर प्रशासन ने उनके घर लौटने का प्रबंध किया। एडीएम प्रोटोकॉल अतुल कुमार ने बताया कि कुछ प्रवासी सोमवार सुबह ही रवाना हो गये जबकि बाकी मंगलवार को जाएंगे।
प्रशासनिक अधिकारियों ने गोदौलिया स्थित होटल में क्वारंटीन प्रवासियों से रविवार रात मुलाकात की थी। अफसरों ने प्रवासियों को उनके गृह जिले में पहले होटल में सात दिन बिताने और फिर स्वस्थ पाए जाने पर घर जाने का आदेश सुनाया था। इसका कानपुर की आयुषी, लखनऊ के शशांक गुप्ता, लखनऊ के सैयद अली इमरान जैदी, कानपुर के सारिक और प्रदीप गुप्ता ने विरोध किया था।
वे होटल कोरंटीन की जगह होम कोरंटीन पर अड़े थे। उनको बनारस में होटल खर्च पर भी कुछ आपत्ति थी। एडीएम प्रोटोकाल ने बताया कि होटल को सबका बकाया धन उनके खाते में भेजने का निर्देश दिया गया है। होटल में रूके प्रवासियों ने बताया कि प्रशासन ने उन्हें 10 रुपये प्रति किमी की दर से वाहन उपलब्ध कराया है। रात्रि में ठहराव होने पर वाहन के लिए अतिरिक्त तीन सौ रुपये देने हैं।