स्वाइन फ्लू ने लिया खौफनाक रूप, अब तक 50 लोगों को निगल गई ये बीमारी

इंदौर
 तापमान बढऩे के बाद भी स्वाइन फ्लू के वायरस का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा। शहर में इससे पीडि़त पांच और मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। इनमें 24 घंटे में तीन मरीजों ने दम तोड़ दिया, वहीं दो की मौत होने के बाद भोपाल से रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। तीन माह के भीतर एच१एन१ वायरस के शिकार 50 मरीजों की मौत हो चुकी है।

इंदौर की 48 वर्षीय महिला ने शुक्रवार सुबह 7.10 बजे बांबे अस्पताल में अंतिम सांस ली। 11 मार्च को उन्हें भर्ती किया था। अगले दिन रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। धार जिले के 57 वर्षीय पुरुष मरीज की शुक्रवार तडक़े ग्रेटर कैलाश अस्पताल में मौत हुई, जिन्हें 26 मार्च को भर्ती किया गया था। शुक्रवार को ही उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई, लेकिन तब तक मौत हो चुकी थी। इंदौर के 49 वर्षीय पुरुष मरीज की गुरुवार रात सीएचएल अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुई। 14 मार्च को उन्हें यहां भर्ती किया गया था। 18 मार्च को सेंपल जांच के लिए भोपाल भेजे गए, अगले दिन रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके अलावा इंदौर के 55 वर्षीय पुरुष मरीज को 19 मार्च को सीएचएल अस्पताल में भर्ती किया गया, 26 मार्च को उनकी मौत हो गई। गुरुवार को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसी तरह इंदौर के 48 वर्षीय मरीज को सीएचएल अस्पताल में 24 मार्च को भर्ती किया गया, 27 मार्च को उनकी मौत हुई। अगले दिन मिली रिपोर्ट में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई।

महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता का बना तीन लाख का बिल : स्वाइन फ्लू मृत महिला मरीज स्वास्थ्य कार्यकर्ता (एएनएम) थी। ग्राम पिवड़ाय में पदस्थ एएनएम 15 दिन से वेंटीलेटर पर थी। 15 से वेंटीलेटर रहने के बाद भी महिला की सेहत में सुधार नहीं हुआ। बॉम्बे अस्पताल में करीब साढ़े तीन लाख का बिल बनाया गया, जिसमें से जिला प्रशासन ने एक लाख रुपए आह्वान योजना में शामिल कर माफ करवाए गए हैं। प्रशासन ने निजी अस्पतालों की सहभागिता से इसी माह यह योजना लागू की है, जिसके तहत प्रत्येक निजी अस्पताल को माह में एक मरीज का नि:शुल्क इलाज करना है।

8 नए मरीजों की भी पुष्टि

आइडीएसपी प्रभारी डॉ. संतोष सिसोदिया ने बताया, पांच मौत की पुष्टि के साथ 8 नए मरीज भी मिले हैं। एक जनवरी से अब तक 751 मरीजों के सेंपल जांच के लिए भोपाल भेजे, जिनमें 175 मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। 26 मरीजों की रिपोर्ट आना बाकी है। जिन 50 मरीजों की मौत हुई है, उनमें से इंदौर जिले के 26 और अन्य जिलों के 24 मरीज शामिल हैं।

वायरस अपना प्रकार बदलता है

-अमूमन तापमान 35-36 डिग्री पहुंचने पर स्वाइन फ्लू के वायरस का असर खत्म होने लगता है। फिलहाल तापामान 40 डिग्री होने के बाद भी मामले सामने आ रहे हैं। वायरस हर साल अपना प्रकार बदलता है।

डॉ. प्रमोद झंवर, वरिष्ठ श्वास रोग विशेषज्ञ

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