स्वर्ण मंदिर के पूर्व हजूरी रागी का कोरोना से निधन, विदेश से लौटकर की थीं सभाएं-कीर्तन

 
नई दिल्ली 

कोरोना वायरस की महामारी भारत में लगातार अपने पैर पसार रही है. अबतक इस वायरस की वजह से कई लोगों की मौत हो चुकी है. अमृतसर स्थित सिखों के सबसे बड़े गुरुद्वारे स्वर्ण मंदिर के पूर्व हजूरी रागी निर्मल सिंह का भी गुरुवार सुबह कोरोना वायरस की वजह से निधन हो गया. वह बुधवार को ही कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जिसके बाद आज सुबह करीब 4.30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली.

 
पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित ज्ञानी निर्मल सिंह की उम्र 62 साल थी. दो दिन पहले उनमें कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए थे, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया गया था. कुछ दिनों पहले ही इंग्लैंड की यात्रा कर लौटे गुरबानी वाचक निर्मल सिंह को 30 मार्च को सांस फूलने और चक्कर आने जैसी परेशानी हुई, जिसके बाद उन्हें अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल में उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. कोरोना वायरस के लक्षण आने के बाद स्थानीय पुलिस ने संक्रमण के फैलने से रोकने के लिए निर्मल सिंह के आवास के आसपास के क्षेत्र को सील कर दिया है.

बता दें कि निर्मल सिंह ने विदेश से लौटने के बाद दिल्ली और कुछ अन्य स्थानों पर सम्मेलनों और धार्मिक सभाओं का आयोजन भी किया था. निर्मल सिंह ने अपने परिवार के सदस्यों और अन्य रिश्तेदारों के साथ 19 मार्च को चंडीगढ़ के एक घर में भी कीर्तन भी किया था.

ऐसे में एहतियात के तौर पर निर्मल सिंह की दो बेटियों, बेटे, पत्नी, एक ड्राइवर और उनके संपर्क में आने वाले 6 अन्य लोगों को भी आइसोलेशन में रखा गया है. उन सभी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं. गौरतलब है कि स्वर्ण मंदिर के पूर्व हजूरी रागी रह चुके निर्मल सिंह को गुरु ग्रंथ साहिब की गुरबानी में सभी 31 "राग" का ज्ञान था, उन्हें इसी वजह से 2009 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था.
 
आपको बता दें कि देश में कोरोना वायरस के कारण 50 से अधिक मौत हो चुकी हैं. पंजाब में कोरोना वायरस के अबतक कुल 46 केस सामने आए हैं, जिसमें चार लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.

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