सांसद सुप्रिया सुले को गोद में लेकर खंडोबा मंदिर की सीढ़ियां चढ़े उनके पति

उठाई 42 किलो की तलवार

 

पुणे। सोमवार को बारामती की सांसद और एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले महाशिवरात्रि के मौके पर अपने पति सदानंद सुले के साथ जेजुरी के खंडोबा मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचीं। इस दौरान मंदिर की परंपरा को निभाते हुए सदानंद सुले ने सुप्रिया सुले को गोद में उठाकर मंदिर की सीढ़ियां चढ़ीं। मंदिर में पहुंचकर सुले दंपत्ति ने विधिवत पूजा अर्चना की और खंडोबा पर हल्दी चढ़ाई।

 

सदानंद ने उठाई 42 किलो की तलवार 

भगवान शिव के भैरव अवतार माने जाने वाले खंडोबा के इस मंदिर में हर साल महाशिवरात्रि पर बड़ा उत्सव होता है। मंदिर में हल्दी से रंग खेलने की परंपरा है। साथ ही यहां आने वाला हर भक्त खंडोबा की 42 किलो की तलवार (खंडा) को दांतों से उठाने का प्रयास करता है। मंदिर में पहुंचे सदानंद सुले ने अपने हाथ से इस तलवार को उठा मंदिर परंपरा का निर्वहन किया। 

 

चढ़नी पड़ती हैं 200 सीढ़ियां

जेजुरी के प्रसिद्ध उत्सव में शामिल होने के लिए लोग विदेशों से भी आते हैं। भगवान खंडोबा का मंदिर एक छोटी सी पहाड़ी पर है। यहां पहुंचने के लिए भक्तों को करीब 200 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। सदानंद ने भी सुप्रिया को गोद में उठा कर कुछ दूर तक चलने का प्रयास किया।

बाल ठाकरे और प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की पहल पर हुई थी शादी 

सुप्रिया कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद पुणे में अपने चाचा के यहां रहती थीं। इसी दौरान उन्हें पुणे के एक अखबार में नौकरी मिल गई। पत्रकारिता करते हुए एक फैमिली फ्रेंड के यहां सुप्रिया की मुलाकात, अमेरिका में नौकरी करने वाले सदानंद सुले से हुई। सदानंद बाला साहब (बाल ठाकरे) के भांजे भी हैं।

पहली मुलाकात के बाद दोनों ने एक-दूसरे को समझने के लिए समय दिया। इसके बाद बाला साहब ठाकरे और तत्कालीन प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने दोनों की शादी के लिए पहल की और पवार और प्रतिभाताई की मंजूरी के बाद दोनों का विवाह हुआ।

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