समंदर में तस्करों और आतंकियों का नेवी करेगी खात्मा, चप्पे-चप्पे पर रहेगी नजर

 
नई दिल्ली 

हिंद महासागर की सुरक्षा मजबूत करने के लिए इंडियन नेवी ने इंफर्मेशन फ्यूजन सेंटर शुरू किया है। अब भारत के सिक्यॉरिटी सिस्टम के साथ ही 43 देशों के सिस्टम का डेटा हमें मिलने लगा है। इससे हिंद महासागर में घूम रहे हर शिप पर नजर रखी जा सकती है। हिंद महासागर व्यापार की दृष्टि से दुनिया के लिए कितना अहम है इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि दुनिया भर के बड़े कार्गो में से एक तिहाई, कंटेनर शिप में से करीब आधे और ऑयल ले जा रहे शिप में से दो तिहाई शिप यहीं से गुजरते हैं। सेंटर का उद्घाटन रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने किया।  
 
डेटा शेयरिंग का फायदा 
इंफर्मेशन फ्यूजन सेंटर के जरिए समंदर की हर हरकत पर नजर रहेगी। कौन सा शिप कहां से आया है, कहां जा रहा है इसकी जानकारी लगातार मिलेगी, कोई भी संदिग्ध हरकत का तुरंत पता चल जाएगा। इंडियन नेवी के एक अधिकारी के मुताबिक, इससे समुद्री लुटेरे, अवैध हथियारों की सप्लाई, नशीले पदार्थों की तस्करी, समुद्री आतंकवाद, अवैध मछली पकड़ना, ह्यूमन ट्रैफिकिंग आदि को रोकने में मदद मिलेगी। प्राकृतिक आपदा के वक्त भी लगातार मिल रहे लाइव डेटा का भी फायदा मिलेगा। 
 
वर्चुअल शुरुआत 
नेवी चीफ एडमिरल सुनील लांबा ने कहा कि अभी इंफर्मेशन फ्यूजन सेंटर वर्चुअली शुरु हुआ है यानी ईमेल, चैट और इलेक्ट्रॉनिक मीडियम से ये सभी देश जो डेटा शेयर कर रहे हैं एक-दूसरे से जुड़े है। बाद में इन देशों के अधिकारी भी सेंटर पर रहेंगे और सभी एक्सपर्ट्स मिलकर डेटा विश्लेषण कर सकते हैं। अभी 10 से ज्यादा देशों ने अपने अधिकारियों को यहां भेजने करने की इच्छा जाहिर की है। 
 
हर हरकत पर रहेगी नजर 
राजधानी से कुछ दूरी पर बने इस सेंटर में लगी स्क्रीन समंदर में हो रही हर हरकत दिखा रही है। यहीं इंफर्मेशन फ्यूजन सेंटर भी बना है। स्क्रीन पर दूसरे देशों से मिल रहे डेटा पर भी लगातार नजर रखी जा रही है। हर शिप का अपना नंबर होता है, वह किस देश का है, उसमें कौन कैप्टन है, क्रू क्या है, क्या सामान आ रहा है, कहां से आ रहा है कहां जा रहा है यह सब जानकारी होती है। यह बस एक क्लिक पर मिल जाती है। आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस और बिग डेटा अनालिसिस के जरिए चंद सेकंड में पता चल जाएगा कि आज हमारे समंदर में कितने जहाज होने हैं और क्या कोई अतिरिक्त गतिविधि समंदर में दिख रही है। ऐसी किसी भी आहट पर तुरंत अलर्ट होकर ऐक्शन लिया जा सकता है। स्क्रीन पर दिख रहे अलग अलग रंग के बॉक्स अलग अलग देशों के शिप को दर्शा रहे हैं। जैसे लाल बॉक्स का मतलब चीन के शिप। नेवी के अधिकारी के मुताबिक कलर कोडिंग अपने हिसाब से चेंज कर सकते है। भारत को 36 देशों के साथ अग्रीमेंट करने हैं जिनमें से 21 देशों के साथ यह साइन हो गए हैं। 
 

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