लोकसभा चुनाव के बाद एसपी-बीएसपी से गठबंधन के लिए तैयार: ज्योतिरादित्य सिंधिया

 लखनऊ 
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस इस बार उत्तर प्रदेश में अपनी खोई जमीन हासिल करने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है। इस बीच पार्टी के महासचिव और वेस्ट यूपी प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को अपनी पहली रैली को संबोधित किया। यूपी में एसपी-बीएसपी-आरएलडी गठबंधन से बीजेपी को कड़ी टक्कर मिलती नजर आ रही है। हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संकेत दिए हैं कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव के बाद एसपी-बीएसपी से गठबंधन के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दोनों पार्टियों के साथ चुनाव से पहले हम गठबंधन नहीं कर सके लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि भविष्य में ऐसा नहीं हो सकता है।  

'उनकी तरफ से कोशिश नहीं की गई' 
कई चुनावी सर्वे में कहा जा रहा है कि अगर कांग्रेस ने एसपी-बीएसपी के साथ अलायंस कर लिया होता तो उसे बीजेपी से मुकाबले में ज्यादा फायदा होता। हमारे सहयोगी टीओआई ने जब सिंधिया से यह जिक्र किया तो उन्होंने जवाब दिया, 'देखिए हमें काल्पनिक सवालों पर बात नहीं करनी चाहिए। सच यह है कि उनकी (एसपी-बीएसपी) तरफ से संवाद की कोई कोशिश नहीं की गई। कोई अच्छी चीज होने से पहले कई खराब बातें भी होती हैं। हमने उनसे बात करने का प्रयास किया लेकिन कुछ वजहों से गठबंधन नहीं हो सका।' 

'हमारे दरवाजे हमेशा खुले हैं' 
ज्योतिरादित्य ने चुनाव के बाद एसपी-बीएसपी गठबंधन से मेलजोल के संकेत देते हुए कहा, 'हालांकि इसका यह मतलब नहीं है कि भविष्य में हम साथ नहीं हो सकते। पोस्ट पोल अलायंस हो सकता है। हमारे दरवाजे हमेशा खुले हुए हैं। लेकिन अब कांग्रेस उत्तर प्रदेश में अपनी ताकत पर लड़ रही है और 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए अगले तीन साल के दौरान हम अपना आधार बनाने जा रहे हैं।' 

'वोटों की नहीं विचारधारा की लड़ाई' 
जब उनसे यह सवाल किया गया कि क्या एसपी-बीएसपी और कांग्रेस दोनों एक ही वोट बैंक के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं तो सिंधिया ने कहा, 'यह वोटों की लड़ाई नहीं है। यह विचारधारा की लड़ाई है। यह एक लोकसभा चुनाव है इसलिए हम भारत के बारे में अपने विचार के साथ जनता के पास जा रहे हैं। लोकतंत्र में जनता ही जनार्दन होती है और यह उस पर निर्भर है कि वह भारत के बारे में आपके विचार के साथ जाना चाहती है या मेरे विचार के साथ।' 

पहले चरण में 11 अप्रैल को मतदान 
बता दें कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 91 लोकसभा सीटों पर 11 अप्रैल को मतदान है। इस चरण में वेस्ट यूपी की गौतमबुद्ध नगर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद और सहारनपुर लोकसभा सीटों पर वोटिंग है। मुजफ्फरनगर में आरएलडी अध्यक्ष अजित सिंह का मुकाबला केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान से है, वहीं बागपत में जयंत चौधरी और केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह के बीच टक्कर है। 
 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *