राहुल गांधी से उनके आवास पर मिलने के बाद बोलीं शीला, मैनें साफ कहा कि वे न दें इस्तीफा
नई दिल्ली।
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद राहुल गांधी की तरफ से अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश के बाद इसके विरोध में चौतरफा आवाज उठ रही है। सीनियर कांग्रेस नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने राहुल गांधी से बुधवार को मुलाकात करने के बाद कहा कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष से यह साफ कह दिया है कि वह इस्तीफा न दें।
शीला ने आगे कहा- हम चाहते हैं कि वह अपने पद पर बने रहें नहीं तो इससे हमें बड़ा दुख होगा। ये बातें हमने उन्हें साफ शब्दों में बता दी है।
राहुल गांधी शनिवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में यह कहा था कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला कर लिया है। यह पद उन्होंने साल 2017 में अपनी मां और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी से लिया था।
कई नेताओं की तरफ से अपील के बावजूद राहुल गांधी अपने फैसले पर कायम हैं। लोकसभा में पार्टी ने सिर्फ 52 सीटें जीती है जबकि मध्य प्रदेश और राजस्थान में सरकार के भविष्य में खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई ने शीला दीक्षित के बयान के हवाले से कहा है, जिसमें शीला ने कहा- “हम राहुल गांधी के आवास के पास जा रहे हैं और वहां पर प्रदर्शन कर हम अपनी भावनाओं का इजहार करेंगे कि वह इस्तीफा न दें। पार्टी को बड़ा नुकसान होगा जो हम नहीं चाहते हैं। हम वहां पर जाकर उनसे ऐसा न करने का अनुरोध करेंगे।”
दिल्ली कांग्रेस चीफ ने इससे पहले यह कहा था कि पार्टी अतीत में भी चुनौतियों को पार कर विजय पाई है। शीला ने एक बयान में कहा था- इंदिरा के नेतृत्व में पार्टी ने 1977 की हार के बाद दोबारा ढ़ाई साल बाद फिर पार्टी सत्ता में लौटी और उसके बाद कई वर्षों तक सत्ता में बनी रही।