राजनीति में ‘हमशक्ल’ की सियासत कोई नई नहीं

 
लखनऊ

पूर्व सीएम अखिलेश यादव हाल में चुनावी सभाओं में गेरुआ वस्त्र धारी एक शख्स को लेकर पहुंचे। उन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ का हमशक्ल बताया गया। इस पर खूब हंगामा हुआ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी अखिलेश के इस कदम पर उन्हें घेरा। सियासत में हमशक्ल की एक नई जंग छिड़ गई, लेकिन राजनीति में 'हमशक्ल' की सियासत कोई नई नहीं। कहीं नरेंद्र मोदी के हमशक्ल लोगों की अटेंशन पाते हैं, तो कहीं राहुल गांधी से मिलता जुलता चेहरा लोगों का ध्यान खींचता है। सियासत के 'हमशक्लों' पर आशीष तिवारी की रिपोर्ट। 
 
आंबेडकर स्मारक समिति का प्लांट ऑपरेटर बना 'योगी के हमशक्ल'
आंबेडकर स्मारक पार्क समिति में प्लांट ऑपरेटर और संयुक्त ऑल स्मारक पार्क समिति में अध्यक्ष रहे सुरेश ठाकुर अचानक चर्चा में आ गए। दरअसल, सुरेश ठाकुर चर्चा में अचानक अपने योगी लुक के चलते आए, जिनको पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने साथ न सिर्फ हेलिकॉप्टर में घुमाया, बल्कि अपनी रैलियों में भी ले गए। 

सुरेश ठाकुर कहते हैं कि वह तो हमेशा जींस टी शर्ट, कोट पैंट और सामान्य से कपड़े ही पहनते थे। इस लोकसभा चुनाव में उन्होंने लखनऊ से अपना नामांकन कराया था, लेकिन पर्चा खारिज हो गया। उसके बाद उनका रुख बदल गया। वह बुद्ध की शरण में चले गए और उसी तरह के कपड़े पहनने लगे। 

इसी दौरान उनकी मुलाकात अखिलेश यादव से हुई और देखते देखते ही सुरेश ठाकुर उनकी रैलियों में बतौर योगी आदित्य नाथ के हमशक्ल पहुंचने लगे। अखिलेश के सुरेश ने फैजाबाद और बाराबंकी की जनसभाएं की। वह कहते हैं कि उनके जाने से लोगों के चेहरे पर हंसी आती है। वह अपने संबोधन में लोगों के दर्द पर मरहम लगाते हैं। सुरेश की इच्छा मायावती से मिलने की है। 

…और कहलाने लगे मोदी 
2014 के चुनावों में नरेंद्र मोदी की शक्ल से मिलता-जुलता एक चेहरा खूब चर्चा में आया। वह है सहारनुपर के अभिनंदन पाठक। अभिनंदन नरेंद्र मोदी के साथ-साथ भाजपा का चुनाव प्रचार करते थे, लोगों की खूब अटेंशन पाते थे। धीरे-धीरे पाठक पूरे देश में नरेंद्र मोदी के डुप्लीकेट के नाम पर मशहूर हो गए। 

हालांकि, इस बार अभिनंदन ने भाजपा का प्रचार करने से पल्ला झाड़ लिया और लखनऊ से चुनाव लड़ने के लिए अपना नामांकन दाखिल किया, लेकिन उनका पर्चा ही खारिज हो गया। अभिनंदन कहते हैं कि भाजपा की नीतियों से आहत होकर वह अब कांग्रेस में आ गए हैं। वह कांग्रेस के लिए जगह-जगह चुनाव प्रचार कर रहे हैं। 

अखिलेश जैसे लुक ने दिलाई अलग पहचान 
रायबरेली के केपी यादव की शक्ल अखिलेश यादव से काफी मिलती है। केपी कहते हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उनको अपने हमशक्ल होने के चलते हमेशा पहचान लेते हैं। केपी ने कहा कि वह अखिलेश यादव से कई बार मिल भी चुके हैं। 

चिकन फ्राई बेचने वाले प्रशांत दिखते हैं राहुल जैसे
सूरत में पिछले कुछ सालों में एक रेस्तरां चिकन फ्राई बेचने के लिए बहुत मशहूर है। उससे भी ज्यादा यह रेस्तरां तब मशहूर हुआ जब उसके मालिक प्रशांत शेट्टी की सूरत कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलती-जुलती हुई दिखी। राहुल से मिलती शक्ल के बाद प्रशांत के रेस्तरां में खूब भीड़ होने लगी। दूर-दूर से लोग उनके रेस्तरां में आते हैं और खाना खाने के बाद प्रशांत के साथ सेल्फी भी लेते हैं। 

पूर्व सांसद क्रिकेटर सचिन का हमशक्ल मशहूर
क्रिकेटर और पूर्व सांसद सचिन तेंदुलकर से मिलता-जुलता चेहरा बलबीर दर्शन का है। सचिन के मिलते-जुलते चेहरे के चलते बलबीर पूरी दुनिया में मशहूर हो गए। पंजाब में पले बढ़े बलवीर को क्रिकेट में कोई रुचि नहीं थी। लुधियाना में बतौर वार्ड बॉय काम किया। बलवीर कहते हैं कि जब सचिन ने पाकिस्तान के खिलाफ सेंचुरी लगाई तब उन्हें लोगों ने बताया कि उनकी शक्ल सचिन से मिलती है। लेकिन बलवीर को बतौर सचिन के हमशक्ल पहचान तब मिली, जब एक स्थानीय अखबार ने उनका इंटरव्यू किया। 

उसके बाद तो स्पोर्ट्स चैनल तक ने उन्हें बुलाना शुरू कर दिया, लोग उनके साथ फोटो खिंचवाने लगे। बलवीर सुनील गवास्कर के साथ कमेंट्री तक कर चुके हैं। बलवीर ने सचिन की तरह बात करने का तरीका तक सीखा। सचिन ने क्रिकेट से संन्यास लिया, तो बलवीर भी वड़ा पाव की एक बड़ी कंपनी के साथ जुड़ गए। हालांकि, बतौर सांसद सचिन चर्चा में रहे तो लोग बलवीर को भी बधाई देते रहे। 
 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *