राजधानी में छाई धूल ही धूल, राजस्थान से आई डस्ट
भोपाल
एक तरफ लोग सुबह से ही मतदान में व्यस्त हैं वहीं पूरे शहर में धूल की धुंध छाई हुई है। अरेरा हिल, शिमला हिल्स जैसे ऊंचे इलाकों से शहर धूल में लिपटा नजर आ रहा है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार धूल का असर कल कम होगा।
वैशाख का अलसाया दिन धूल के गुबार में डूब रहा है। आज सुबह से लोग जब मतदान को निकले तो उनका सामना धूल की धुंध से हुआ। इस धुंध के चलते धूप की तपिश में भी कुछ कमी मेहसूस की गई।
मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि इस सीजन में पहली बार पश्चिमी हवा चली है। ये सीधे राजस्थान से आ रही है। हवा की गति भी 30 से 35 किमी है। राजस्थान तरफ से आने वाली तेज हवाओं के चलते प्रेशर गे्रडिएंट की स्थिति बन गई है। इससे लोअर और हायर प्रेशर के बीच ज्यादा अंतर होता है और धूल ऊपर की और उठती है। इस हवा में नमी नहीं होती इससे धूल हवा की रफ्तार और दिशा के साथ ऊपर की और उठती जाती है। इन दिनों राजस्थान के रैगिस्तानी इलाकों में धूल के गुबार बनते हैं। इन गुबारों की दिशा जब पश्चिमी हो जाती है तो ये मप्र की तरफ मुड़ जाते हैं।
धूल की वजह से अस्थमा और श्वास रोगियों को सांस लेने में दिक्कत हुई। कई लोगों को घुटन भी मेहसूस हुई। धूल कणों से फैफड़ों को नुकसान के बारे में डॉ. जेपी पालीवाल ने बताया कि डस्ट व्यक्ति की सांस के जरिए उसके पलमानरी सिस्टम को इफेक्ट कर सकती है। डस्ट से बचने के लिए गीला कपड़ा मुंह पर बांध कर निकलें और तेज स्पीड से वाहन पर न चलें।