लोकसभा चुनाव: सुबह से मतदान केन्द्रो पर भरी भीड़ ,  दिग्गी और प्रज्ञा मैदान में 

भोपाल 
लोकसभा चुनाव भोपाल के लिए आज सुबह सात बजे से मतदान जारी हो गया है। यह मतदान शाम छह बजे तक चलेगा। लोकसभा भोपाल के लिए चुनाव मैदान में कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, भाजपा की ओर से साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर सहित कुल 30 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। भोपाल लोकसभा चुनाव में 21 लाख 41 हजार 88 मतदाता 30 प्रत्याशियों में से एक को अपना प्रतिनिधि चुन रहे हैं। चुनाव के लिए हर बूथ पर दो-दो बैलेट यूनिट लगाई गई है। 

लोकसभा चुनाव-2019 में अधिक से अधिक दिव्यांग मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकें। इसके लिए प्रत्येक मतदान केन्द्र में जहां रैम्प बनाए गए हैं, वहीं मतदान केन्द्रों पर व्हीलचेयर और ट्राई साइकिल भी रखी गर्इं हैं। जिले के करीब 8212 दिव्यांग मतदान कर रहे हैं। इन्हें ओला के माध्यम से मतदान केंद्र तक लाने और ले जाने की व्यवस्था की गई है।

जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ सुदाम खाडे ने बताया कि मतदान के लिए पहचान के एक मात्र दस्तावेज के रूप में केवल फोटो मतदाता पर्चियां मान्य नहीं होंगी। इसके साथ वोटर कार्ड भी दिखाना पड़ेगा। अगर मतदाता के पास वोटर कार्ड नहीं है, तो वह पासपोर्ट, ड्राइविंग लायसेंस, बैंक-डाकघर पासबुक, पेन कार्ड सहित अन्य फोटो आईडी पेश कर सकता है। 

विधानसभा चुनाव का परिणाम कांग्रेस के लिए बेहतर था। भोपाल जिले की सात सीटों में से पहले 6 भाजपा और 1 कांग्रेस के पास थी। इसमें शहरी भाग भाजपा का ज्यादा मजबूत था, लेकिन विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने यहां पर ज्यादा ध्यान दिया और परिणामस्वरूप विधानसभा चुनाव में भाजपा की दो सीटें कम हो गई। यहां पर आज की स्थिति में भाजपा के 4 और कांग्रेस के 3 विधायक हैं। ऐसे में कांग्रेस जिन स्थानों पर पीछे रही हैं, वहां पर ज्यादा सख्ती से काम कर रही है। कोलार, भेल, बैरसिया सहित ग्रामीण क्षेत्रों में बूथवार बैठक का सिलसिला जारी है। वहीं, भाजपा पुराने शहर के बूथों को मजबूत करने के लिए हर बूथ पर कार्यकर्ताओं को तैनात कर रणनीति बना रही है।

विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस का शहर के तीन विधानसभाओं में बेहतर प्रदर्शन रहा। इसमें सबसे अच्छा प्रदर्शन उत्तर और मध्य विधानसभाओं में रहा। यहां पर कई ऐसे मतदान केंद्र हैं, जहां पर कांग्रेस को भाजपा की अपेक्षा बहुत ज्यादा वोट मिले। इसके अलावा दक्षिण-पश्चिम और बैरसिया विधानसभाओं के बूथों पर भी अच्छे वोट मिले। हालात ये थे कि कुछ बूथ में सबसे कम वोट पाने वालों में भाजपा प्रत्याशी फातिमा रसूल सिद्दीकी, सुरेंद्रनाथ सिंह और विश्वास सारंग को मिले थे। इसमें फातिमा को आरिफ नगर के बूथ क्रमांक 210 में मात्र 3 वोट मिले और कांग्रेस के आरिफ अकील को 724 वोट मिले हैं। इसी तरह, गौतम नगर के बूथ क्रमांक 211 में फातिमा को 4 वोट, तो आरिफ को 517 वोट, 209 नंबर बूथ में फातिमा को 9 वोट और आरिफ को 808 वोट मिले हैं। 141 नंबर बूथ बाग मुफ्ती में फातिमा को 10 वोट और आरिफ अकील को 437 वोट मिले हैं। इसके अलावा, मध्य विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्रनाथ सिंह को बूथ क्रमांक 24 स्टेशन एरिया मोमिनपुरा गली से मात्र 5 वोट मिले और कांग्रेस प्रत्याशी आरिफ मसूद को 687 वोट मिले हैं। 
 
लोकसभा चुनाव 2014 में पूरे प्रदेश में भाजपा का बेहतर प्रदर्शन था। प्रदेश की 29 सीटों में से 27 सीटें भाजपा ने जीती थीं। भोपाल में भाजपा के प्रत्याशी और सांसद आलोक संजर ने कांग्रेस प्रत्याशी पीसी शर्मा को 3 लाख 70 हजार 696 वोटों से हराया था। यह प्रदेश की चौथी बड़ी थी। इससे ज्यादा इंदौर में भाजपा ने 466901 वोट, विदिशा में 406698 और होशंगाबाद में भाजपा प्रत्याशी ने 389960 वोटों से जीत दर्ज की थी। ऐसे में भाजपा के सभी नेता और कार्यकर्ता फिर से बड़ी जीत के लिए एकजुट होकर काम कर रहे हैं, ताकि कांग्रेस प्रत्याशी को ज्यादा से ज्यादा वोटों से हराया जा सकें। 

भोपाल लोकसभा सीट के 62 साल के इतिहास में देश के दोनों प्रमुख पार्टियों कांग्रेस और भाजपा ने अब तक तीन ही प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारे हैं। इसमें अब दो प्रत्याशी लोकसभा चुनाव में जीतकर संसद तक पहुंची हैं। वहीं, इस बार भाजपा ने 20 साल बाद फिर से महिला प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह को चुनाव में उतारा है। इसके पहले कांग्रेस की सांसद मैमूना सुल्तान दो बार 1957 और 1962 में भोपाल से सांसद बनीं थी। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती 1999 में भाजपा की सांसद थीं।
 
जिला निर्वाचन कार्यालय के अनुसार लोकसभा चुनाव-2014 में कुल मतदाता 1957241 थे। इसमें 1039153 पुरुष और 918021 महिला वोटर्स हैं। उस समय यह अंतर 121132 था। अब लोकसभा चुनाव-2019 में 2141088 हो गए हैं। इसमें पुरुष और महिला वोटर्स की संख्या में ज्यादा अंतर नहीं हैं। वर्तमान में पुरुष मतदाता 1120108 और महिला मतदाता 1020790 हैं। यह अंतर मात्र 99318 वोटर्स का ही बचा है। ऐसे में इस लोकसभा चुनाव में महिला वोटर्स की भूमिका भी महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।

इस बार लोकसभा चुनाव में एक ओर रिकार्ड बना हैं। लोकसभा चुनाव में कुल 30 उम्मीदवारों में 7 महिलाएं चुनावी मैदान में हैं। ये भी अलग-अलग पेशे और क्षेत्रों से है। इस बार महिला प्रत्याशियों में प्रज्ञा सिंह ठाकुर, प्रभा भारती, लता सूर्यवंशी, डॉ.वीणा घाणेकर, हेमलता पाठक, प्रवीणा ठाकुर और प्रियंका खरे चुनाव मैदान में हैं।

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