यूरोप के वर्ल्ड योग फेस्टिवल में छत्तीसगढ़ के दिव्यांग छात्र ने जीता तीन मेडल

महासमुंद
छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के एक दिव्यांग छात्र ने यूरोप में पूरे प्रदेश का मान बढ़ाया है. यूरोप में आयोजित चौथी वर्ल्ड योग फेस्टिवल एण्ड चैंपियनसिप 2019 प्रतियोगिता में भारत के लिए तीन पदक लाकर देश का नाम रोशन किया है. दिव्यांग छात्र तोरण जहां इसका श्रेय अपने मां-बाप और गुरूजनों को देते हुए योग में ही अपना भविष्य बनाना चाहते है. वहीं तोरण के गुरूजन अपने शिष्य की कामयाबी पर गर्व महशूश कर रहे है.

महासमुंद जिले के ग्राम खट्टी का रहने वाला तोरण यादव बचपन से ही दिव्यांग है. पर तोरण ने अपने आप को कभी भी दिव्यांग नहीं समझा. तोरण ने 9 साल की उम्र से ही योग करना शुरू किया. तोरण की ये मेहनत रंग लाई और उसका चयन चौथी वर्ल्ड योग फेस्टेवल एण्ड चैंपियनशिप 2019 में इंडियन टीम के लिए हुआ.

तोरण ने बुलगेरिया यूरोप में 28 से 30 जून तक होने वाले चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए रिदमिक पेयर और आर्टिस्टिक पेयर में दो रजत पदक हासिल किया. साथ ही एथलेटिक योगा में ब्रांज मैडल हासिल कर महासमुंद,छत्तीसगढ़ के साथ-साथ पूरे भारत का नाम रोशन किया है. तोरण शासकीय वल्लभाचार्य कॉलेज महासमुंद के बीए प्रथम वर्ष के छात्र हैं. तोरण ने अपनी जीत का श्रेय मां-बाप एवं गुरूजन को दिया है. तोरण ने योग में ही अपना भविष्य बनाने की इच्छा जाहिर की है.

अपने शिष्य के इस कामयाबी पर तोरण के गुरू भी गौरवान्ति महशूस कर रहे है. तोरण के शिक्षक गणेशराम कोसरे का कहना है कि खेल को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए ताकि छोटे-छोटे गांव की प्रतिभा निकलकर सामने आ सके. गौरतलब है कि तोरण इसके पहले भी चार राष्ट्रीय और 17 राज्य स्तरीय योग खेलों में अपना प्रदर्शन कर चुके है.

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