मोदोपल्ली मुठभेड़ में शामिल थी पंडरी, 12 जवान हुए थे शहीद
दंतेवाड़ा
आत्मसमर्पित नक्सली पंडरी उर्फ सुशीला को डीवीसी मेंबर माधवी नेशनल पार्क एरिया की कमेटी सचिव ने संगठन में शामिल किया था। तब वह केएएमएस आरपीसी सदस्य थी। बीजापुर जिले के ग्राम तिमेनार पटेलपारा निवासी माधवी पति सन्नू उर्फ फागु कारम का संगठन में काली, पंडरी और सुशीला कारम नाम था। वह मिलेट्री प्लाटून नंबर 02 का सी-सेक्शन कमांडर का काम भी संभालती थी।
माधवी पर कई वारदातों को अंजाम देना पुलिस बता रही है। इनमें प्रमुख रूप से वर्ष 2008 में मद्देड़ थाना के ग्राम मोदोपल्ली मुठभेड़ शामिल है। जिसमें 12 पुलिस जवान शहीद हुए थे। शहीद जवानों के हथियार भी नक्सलियों ने लूटा था। इस वारदात में तीन नक्सली भी मारे गए थे।
इसके बाद 2009 में ग्राम सालेमेटा में तीन जवानों को शहीद कर हथियार लूटा था। वर्ष 2008 में फरसेगुढ थाना के ग्राम कुपरेल में फोर्स पर हमला कर पांच जवानों को घायल करने की घटना में भी माधवी का हाथ बताया गया है।
माधवी के मुताबिक उसे नक्सली लीडरों ने वर्ष 2003 में केएएमएस आरपसी अध्यक्ष के रूप में शामिल किया था। 2005 में नेशनल पार्क एरिया कमेटी के प्लाटूर 2की कमांडर ज्योति का ट्रांसफर होने पर यह पद भी उसे मिला। वर्ष 2011 में एरिया कमेटी सचिव कमलू ने ग्राम तिमेनार क्षेत्र का केएमएस अध्यक्ष बनाया था।
माड़ के गोट जंगल में लिया प्रशिक्षण
इंद्रावती एरिया कमेटी प्लाटून नंबर 16 का सदस्य कमांडर 16 वर्षीय पनसराम वट्टी बीजापुर के ग्राम पल्लेवाया तुलारपारा का रहने वाला है। उसे 2007 में एसएनएम कमांडर रामलाल ने संगठन में शामिल करवाया और गोट जंगल के पहाड़ी में प्रशिक्षण दिया गया।
2011 में उसे इ्द्रावती एरिया कमेटी में सक्रिय प्लाटून नंबर 16 का सदस्य बनाया गया। वर्ष 2008 में ताकीलोड नदी पार करने के दौरान सीआरपीएफ की फायरिंग में प्लाटून के सदस्य पांडू, भगत सहित 16 नक्सली मारे गए थे। इसी तरह 2019 मेंताड़बल्ला ताकीलोड भैरमगढ मुठभेड में 10 नक्सली मारे गए। दोनों वारदात में पनसराम शामिल था।