मोदी सरकार में पहली बार सांसद बने इन नेताओं के मंत्री बनने की है उम्मीद
नई दिल्ली
मोदी सरकार में पहली बार सांसद बने नेताओं को भी मंत्री बनने की उम्मीदें हैं। इनमें कई विधायक व राज्य सरकारों में मंत्री रह चुके हैं तो कुछ विपक्ष के बड़े नेताओं को हराकर आए हैं। भाजपा के सहयोगी दलों से भी नए चेहरों के आने की संभावना है। इस बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। माना जा रहा है कि दोनों नेताओं ने नई मंत्रिपरिषद के नामों को लेकर चर्चा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी नई मंत्रिपरिषद 30 मई की शाम को शपथ लेगी। नए मंत्रियों को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है।
इनकी भी उम्मीदें : सूत्रो के अनुसार केंद्र में पहली बार मंत्री बनाने के लिए उत्तरप्रदेश से सत्यदेव पचौरी, विनोद सोनकर, ओडिशा से अपराजिता सारंगी, संगीता सिंह देव, छत्तीसगढ़ से मोहन मंडावी, गुहाराम अजगले, हरियाणा से अरविंद शर्मा आदि नाम की चर्चा है। रीता बहुगुणा जोशी, एसपीएस बघेल, भानुप्रताप वर्मा, रेखा वर्मा भी मंत्री बनने की दौड़ में हैं।
शिवसेना से अनिल देसाई, भावना गवली, लोजपा से चिराग पासवान, अकाली दल से सुखबीर बादल, अन्नाद्रमुक के प्रमुख नेताओं के हार जाने के बाद नए चेहरे ही चुने गए हैं। जद(यू) से भी नए चेहरे को मंत्रालय में शामिल किया जा सकता है।
सामाजिक समीकरणों को दूसरी बार सांसद बने राजवीर सिंह, कर्नाटक से चुनी गई शोभा करंदलाजे, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा को हराने वाले वासवराज पाटिल, मल्लिकार्जुन खड़गे को हराने वाले उमेश जाधव, मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराने वाले केपी यादव के नामों की भी चर्चा भी मंत्री बनने के लिए है।
वहीं, नई सरकार का 30 मई को राजधानी दिल्ली में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह को लेकर रेल मंत्रालय सतर्क हो गया है। रेलवे बोर्ड ने मेल-एक्सप्रेस सहित प्रीमियम ट्रेनों पर विशेष नजर रखने को कहा है जिससे नवनिर्वाचित सांसदों की ट्रेनें सही समय से चलाई जा सकें। रेलवे बोर्ड के सदस्य यातायात गिरीश पिल्लई ने 27 मई को एक सप्ताह का ट्रेन समयपालन अभियान चलाने का आदेश जारी किया है।
नजर रखने के निर्देश : मुख्य परिचालन प्रबंधकों को मेल-एक्सप्रेस सहित वंदे भारत (ट्रेन-18), राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, दुरंतो जनशताब्दी एक्सप्रेस, गरीब रथ, हमसफर एक्सप्रेस, अंत्योदय एक्सप्रेस, तेजस एक्सप्रेस पर 28 मई से तीन जून तक विशेष नजर रखने के निर्देश हैं।