माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विवि में करोड़ों का गबन
भोपाल
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में फंड के गबन का मामला अब खुलता जा रहा है। सरकार द्वारा नियुक्त कमेटी को जो तथ्य मिल रहे हैं, वे चौंकाने वाले हैं। जांच कमेटी ने पूर्व कुलपति प्रो. बीके कुठियाला की विदेश यात्राओं को भी जांच के घेरे में लिया है। कुठियाला ने न सिर्फ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभिन्न शहरों में लगने वाले शिविर व अन्य कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए भी विश्वविद्यालय का पैसा खर्च किया। इसके अलावा पूर्व रैक्टर लाजपत आहूजा द्वारा लिया गया आवास भत्ता भी जांच के घेरे में है। दरअसल, आहूजा अपनी पत्नी कमल आहूजा के नाम से रजिस्टर्ड आवास में रह रहे थे। इसके बाद भी उन्होंने आवास भत्ता लिया। यह नियमानुसार है या नहीं, इस संबंध में भी दस्तावेज मांगे गए हैं।
नियुक्तियों को भी जांच के दायरे में रखा गया
कमेटी 2003 से अब तक हुई नियुक्ति को जांच के दायरे में रखा है। इस दौरान विभिन्न संवर्ग में लगभग 200 नियुक्तियां हुई हैं। इसमें से सबसे अधिक नियुक्तियां प्रो. बीके कुठियाला के समय में हुई। कमेटी ने इस सवाल का जवाब जानने की कोशिश कर रही हैकि सीधी भर्ती में विवि के अंदर के ही पहले कार्यरत लोग चयनित हो जाते हैं जबकि विज्ञापन राष्ट्रीय स्तर का होता है इसके बाद भी क्या बाहर से योग्य लोग नहीं मिलते?