भोपाल-इंदौर में आज से सीरो सर्वे, दिल्ली से पहुंच रही टीम
भोपाल/ इंदौर
कोरोना के बढते संक्रमण को देखते हुए आईसीएमआर एम्स भोपाल के सहयोग से सीरो सर्वे शुरू करने जा रहा है। आज दिल्ली से दो टीमें इंदौर और भोपाल पंहुचेंगी। इन दोनों शहरों में लोगों की दो कैटेंगरी में रेंडम सेंपलिंग की जाएगी। एम्स भोपाल के डायरेक्टर डॉ. सरमन सिंह ने बताया कि दोनों शहरों से करीब 500 लोगों के सेंपल लिए जाएंगे। इसमें आईसीएमआर, एम्स, एनसीडीसी के साथ ही राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी शामिल रहेंगे। सीरो सर्वे से ये पता चलेगा कि टेस्ट में पॉजिटिव मिले लोगों के अलावा समुदाय में कितने लोग कोरोना से संक्रमित हुए थे। और वे बिना इलाज ठीक हो गए।
दो कैटेगरी में होगी सेंपलिंग
सीरो सर्वे के लिए शहर के लोगों को दो कैटेगरी में विभाजित कर सेंपल लिए जाऐंगे। फर्स्ट कैटेगरी में फ्रंट लाइन वर्कर्स, पुलिस, केन्द्रीय बल, स्वास्थ्य विभाग, राजस्व के कर्मचारियों के साथ ही सब्जी वाले, दूध, किराना विके्रता जैसे लोगों के सेंपल लेकर एलाइजा टेस्ट के लिए भेजे जाएंगे। इसके अलावा शहर के हॉटस्पॉट और दूसरे इलाकों से अलग- अलग लोगों के सेंपल लेकर पॉजिटिविटी रेट का पता लगाया जाएगा। इंदौर भोपाल के साथ उज्जैन में भी सीरो सर्वे की सिफारिश की थी लेकिन आईसीएमआर फिलहाल दोनों शहरों में ही सर्वे कराकर कोरोना संक्रमण की नब्ज पता लगाएगा। एम्स का अनुमान है कि हफ्ते भर के भीतर सेंपलिंग का काम पूरा हो जाएगा।
क्या है सीरो सर्वे या एंटीबॉडी टेस्ट…
ब्लड सैंपल का ऐंटीबॉडी टेस्ट बड़ी अहम जाानकारी देता है। इससे शरीर में ऐंटीबॉडीज का पता चलता है, जो बताती हैं कि आप वायरस के शिकार हुए थे या नहीं। ऐंटीबॉडीज दरअसल वो प्रोटीन्स हैं जो इन्फेक्शंस से लड़ने में मदद करती हैं। सीरो सर्वे के लिए पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ वायरॉलाजी की बनाई कोविड कवच एलिसा किट्स इस्तेमाल की जा रहीं हैं।