बुरी तरह हार के बाद कांग्रेस में हलचल, समूचे विपक्ष पर पड़ेगा ये असर

नई दिल्ली 
लोकसभा चुनाव   में मिली बुरी पराजय से कांग्रेस  पार्टी में हो रही अंदरूनी हलचल का असर समूचे विपक्ष पर पड़ेगा। माना जा रहा है कि कांग्रेस चुनावी हार से जल्द उबरकर विपक्षी दलों को एकजुट करने के अभियान में नहीं जुटेगी तो केंद्र में एक मजबूत विपक्ष की कमी अखरेगी। केंद्र में कांग्रेस के कमजोर होने के साथ क्षेत्रीय दल भी इस स्थिति में नहीं हैं कि वे अकेले दम पर अपना प्रभाव केंद्र में दिखा सकें। इसलिए सबकी निगाह इस बात पर होगी कि कांग्रेस किस तरह से विपक्ष की भूमिका को आगे बढ़ाती है। इस साल महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले विपक्ष को राजनीतिक दिशा भी तय करनी होगी।
 
निराश कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने की चुनौती: नतीजों के पहले विपक्षी दलों को लामबंद करने का जो सिलसिला एनसीपी नेता शरद पवार और टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू ने शुरू किया था, वह नतीजों के बाद अचानक ठप हो गया। विरोधी दलों के लिए निराश कार्यकर्ताओं में उत्साह भरना बड़ी चुनौती है। 

अंदरूनी बदलाव करना होगा: जानकारों का कहना है कि लोकसभा चुनाव के बाद विपक्ष के सामने बड़ी चुनौती है। चुनाव के बाद विभिन्न दलों के नेतृत्व पर उठ रहा सवाल विपक्ष का संकट बढ़ाने वाला है। इसलिए कार्यकर्ताओं को उत्साह से भरने के लिए पहले पार्टियों को अंदरूनी शल्य चिकित्सा से गुजरना पड़ सकता है। जानकार मानते हैं कि आम लोगों को भरोसा देने से पहले विरोधी दल के नेताओं को अपने कार्यकर्ताओं को ठोस एजेंडा देना होगा जिससे उनमें कुछ उम्मीद जगे। गठबंधन और साझा एजेंडा के बिना केंद्र व राज्यों में विरोधी दल भाजपा के सामने टिक पाएंगे कहना मुश्किल है। 
 

विपक्ष का सबसे बड़ा संकट यह है कि इसी साल तीन प्रमुख राज्यों में चुनाव होने हैं। इससे पहले उसे अपनी ताकत संजोकर मैदान में उतरना होगा। महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए ज्यादा वक्त नहीं बचा है। 

नई रणनीति बनानी होगी

झारखंड को लेकर कांग्रेस को रणनीति बनानी होगी। महाराष्ट्र में लोकसभा नतीजों से बुरे हाल में नजर आ रहे कांग्रेस-एनसीपी की चुनावी दिशा क्या होगी। हरियाणा में अपना वर्चस्व खो चुकी कांग्रेस क्या वहां मजबूरी में गठबंधन करेगी इन सभी सवालों का जवाब कांग्रेस की अगले कुछ दिनों की रणनीति और अन्य विपक्षी दलों के रुख पर निर्भर करेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *