विश्व के 10 सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों की सूची में शामिल हुए आचार्य बालकृष्ण, जिनेवा में हुआ सम्मान

जिनेवा
पतंजलि के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण को यूएनओ की संस्था यूएनएसडीजी (यूनाइटेड नेशंस सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल) ने विश्व के 10 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल किया है। शनिवार को उन्हें जेनेवा में यूएनएसडीजी हेल्थकेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। बालकृष्ण का कहना है कि उन्हें खुशी है कि भारतीय संस्कृति के प्रसार के लिए यह सम्मान मिला।

आचार्य बालकृष्ण को इस उपलब्धि पर बाबा रामदेव ने उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि आचार्य बालकृष्ण को यह उपलब्धि आयुर्वेद और योग के क्षेत्र में नए अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए हासिल हुई है। बालकृष्ण ने भारतीय चिकित्सा पद्धति योग व आयुर्वेद को सम्पूर्ण विश्व में फिर से स्थापित किया है। 

जिनेवा में शनिवार को आयोजित हुए समारोह में विश्व भर के कई लोगों को सम्मानित किया गया। यह पहली बार है जब यूएनएसडीजी ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में दुनिया भर के नामचीन लोगों को सम्मानित किया। इन लोगों ने विश्व स्तर पर स्वास्थ्य क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान दिया है। 

प्राइमरी हेल्थ केयर, नॉन कम्युनिकेबल डिजीज कंट्रोल और डिजिटल हेल्थ को बढ़ाने देने के लिए बड़े पैमाने पर वित्त पोषण करना यूएनएसडीजी का लक्ष्य है। इस सम्मेलन में 50 देशों से लगभग 500 प्रतिभागियों ने भाग लिया। 

पतंजलि के उत्पाद आज दुनियाभर में अपनी पकड़ बना चुके हैं। आयुर्वेद से जुड़ी पतंजलि की सफलता का कुछ इतनी व्यापक है कि उससे मुकाबला करने में आज न सिर्फ भारतीय कंपनियों बल्कि विदेशी मल्टीनेशनल कंपनियों के भी पसीने छूट रहे हैं।

1995 में हरिद्वार में दिव्य फार्मेसी के रूप में शुरू किए गए पतंजलि ग्रुप के प्रमुख बालकृष्ण को फोर्ब्स की रईसों की सूची में भी शामिल किया गया है। उनकी निजी संपदा 25,000 करोड़ रुपये आंकी गई है। पतंजलि के 97% शेयर बालकृष्ण के पास हैं।

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