बुजुर्ग दंपति ने IG के सामने की आत्मदाह की कोशिश, अफसरों के हाथ-पांव फूले
श्योपुर
मध्यप्रदेश के श्योपुर में जनसुनवाई के दौरान उस वक्त हड़कंप मच गया जब आईजी डीपी गुप्ता के सामने वृद्ध दंपत्ति ने केरोसिन डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की।गनिमत रही कि मौके पर पुलिसकर्मियों और अफसरों ने दौड़कर वृद्ध के हाथ से केरोसिन से भरी बोतल छुड़ा ली और उनको आत्मदाह करने से रोक लिया। लेकिन घटना के दौरान पुलिसकर्मियों के हाथ पांव फूल गए।
दरअसल, श्योपुर निवासी 70 वर्षीय दामोदर प्रसाद अग्रवाल अपनी बीमार पत्नी को लेकर आईजी की जनसुनवाई में पहुंचे। दामोदर प्रसाद की पत्नी रोने लगी इसी बीच दामोदर ने अपने झोले में रखी कैरोसिन से भरी बोतल निकाली और आईजी डी.पी. गुप्ता एवं एसपी नगेन्द्र सिंह के सामने की आत्मदाह की कोशिश की । पति ने जैसे ही एक बैग से कैरोसिन निकाली तो पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़कर कैरोसिन से भरी बोतल छीन ली ।
एसडीओपी आरटी मालवीय से आईजी डीपी गुप्ता ने कहा कि, मामले की नए सिरे से जांच की जाए। इस पर दामोदर प्रसाद बिफर गए और तत्कालीन कोतवाली टीआई सुनील खेमरिया और कोतवाली टीआई जितेंद्र नगाइच पर उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। जब आईजी ने पूछा कि आप किससे जांच कराना चाहते हैं। तब दामोदर प्रसाद ने कहा कि उन्हें यहां के पुलिस अफसरों पर भरोसा नहीं है। कोई बाहर का अफसर आकर मामले की जांच कर कार्रवाई तय करे।
श्योपुर निवासी दामोदर प्रसाद अग्रवाल का बेटा जुगल वर्ष 2011 में लापता हो गया। दामोदर ने कोतवाली थाने में न सिर्फ शिकायत दर्ज कराई, बल्कि धरना तक भी दिया। इसके बाद पुलिस ने जांच के बाद वर्ष 2016 में 420 का मामला दर्ज किया। दामोदर प्रसाद का कहना है कि पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। जबकि बेटे को गायब करने वाले लोगों के नाम भी पुलिस को उसने कई बार बताए, आवेदन भी दिए। लेकिन पुलिस उनके प्रभाव के चलते चुप्पी साधकर बैठ गई। बुजुर्ग दामोदर पैर में प्लास्टर बंधी पत्नी को लेकर जनसुनवाई में पहुंचे थे और आईजी के सामने आत्मदाह की कोशिश की।