बिना चर्चा वित्त विधेयक पास, बजट सत्र भी खत्म

नई दिल्ली
लोकसभा ने सोमवार को वित्त विधेयक को बिना चर्चा के पारित कर दिया जिसके साथ ही संसद में आम बजट 2020-21 पारित होने की प्रकिया पूरी हो गई। कोरोना वायरस की वजह से बने हालात के बीच निचले सदन ने बिना चर्चा के वित्त विधेयक को मंजूरी दी। इस दौरान सदन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मौजूद थे। वित्त विधेयक पास होते ही सदन की कार्यवाही को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया।

कोरोना से निपटने के लिए कांग्रेस की आर्थिक पैकेज के ऐलान की मांग
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सरकार से कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा की मांग की। सदन ने सरकार के संशोधनों को स्वीकार करते हुए ध्वनिमत से वित्त विधेयक को मंजूरी दे दी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त विधेयक पर सरकारी संशोधन पेश किए। इसके बाद सदन की बैठक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।

3 अप्रैल तक चलना था बजट सत्र, समय से पहले हुआ खत्म
बजट सत्र का दूसरा चरण 3 अप्रैल तक चलना था लेकिन कोरोना वायरस के मद्देनजर इसे समय से पहले ही अनिश्चित काल के लिए स्थगित करना पड़ा। इस बार बजट सत्र के दौरान 23 बैठकों में 109 घंटे 23 मिनट तक कामकाज हुआ। सत्रहवीं लोक सभा के तीसरे सत्र (बजट सत्र) की शुरूआत 31 जनवरी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ हुई थी। बजट सत्र का दो मार्च से शुरू हुआ था। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि इस सत्र के दौरान 23 बैठकें (आज की बैठक सहित) हुईं, जो 109 घंटे 23 मिनट तक चलीं।

स्पीकर ने की सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा
स्पीकर ने सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा करते हुए कहा कि 31 जनवरी, 2020 को दोनों सदनों के सदस्‍यों को राष्‍ट्रपति के अभिभाषण पर धन्‍यवाद प्रस्‍ताव को मंजूरी दी। प्रस्‍ताव 15 घंटे 21 मिनट तक चले वाद-विवाद के बाद मंजूर किया गया। बिरला ने कहा कि इस सत्र में महत्वपूर्ण वित्तीय, विधायी और अन्य कार्यों को भी निपटाया गया।

बजट सत्र के दौरान सदन में क्या काम हुए, स्पीकर ने बताया
बजट सत्र के दौरान सदन में हुए कामों का जिक्र करते हुए स्पीकर ने बताया कि केन्‍द्रीय बजट 2020-21 पर चर्चा 11 घंटे 51 मिनट तक चली, वहीं रेल मंत्रालय के वर्ष 2020-21 के लिए अनुदान की मांगों पर चर्चा 12 घंटे 31 मिनट, सामाजिक न्‍याय और अधिकारिता मंत्रालय के वर्ष 2020-21 के लिए अनुदान की मांगों पर चर्चा 5 घंटे 21 मिनट तक व पर्यटन मंत्रालय के अनुदानों की मांगों पर चर्चा 4 घंटे और 1 मिनट तक चली। बिरला ने कहा कि वर्ष 2020-21 के लिए केन्‍द्रीय बजट के संबंध में बाकी मंत्रालयों की अन्‍य सभी बकाया अनुदानों की मांगों को सभा में मतदान के लिए रखा गया और 16 मार्च, 2020 को पूरी तरह से स्‍वीकृत किया गया और संबंधित विनियोग विधेयक पारित किया गया।

बजट सत्र में कुल 13 बिल हुए पारित
बजट सत्र के दौरान कुल मिलाकर, 13 विधेयक पारित हुए। अध्यक्ष ने बताया कि बजट सत्र में 98 तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिए गए । प्रश्न काल के बाद, सदस्यों ने शाम को देर तक बैठकर लगभग 436 अविलंबनीय लोक महत्व के मामले शून्यकाल में उठाए। सदस्‍यों ने नियम 377 के तहत कुल 399 मामले भी उठाए। सदन में संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सरकारी कामकाज के संबंध में दो बयान दिए, वहीं कोरोना वायरस के कारण बनी स्थिति पर स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और विदेश मंत्री एस जयशंकर समेत अन्य केंद्रीय मंत्रियों ने विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर कुल 16 बयान दिए। इस सत्र के दौरान, संबंधित मंत्रियों ने कुल 1765 पत्र सभा पटल पर रखे।

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