प्रदेश के इंजीनियरिंग कालेजों में प्रवेश देने अगले साल व्यापमं कराएगा पीईटी !

भोपाल
प्रदेश में इंजीरियरिंग के करीब डेढ़ सौ कालेज संचालित हो रहे हैं। वर्तमान सत्र में प्रवेश देने के लिए तकनीकी शिक्षा विभाग जेईई मैंस की मेरिट के हिसाब से प्रवेश देगा, लेकिन सत्र 2020-21 में इंजीनियरिंग की सीटों पर प्री इंजीनियरिंग टेस्ट पीईटी द्वारा दिया जाएगा। पीईटी कराने के लिए व्यापमं से आनलाइन व्यवस्था कराई जाएगी। 

डीटीई ने वर्तमान सत्र में प्रवेश देने के लिए पीईटी कराने के लिए व्यापमं से संपर्क किया था। व्यापमं पीईटी का आयोजन भी करा देता, लेकिन समय कम होने के कारण व्यापमं ने एग्जाम कराने से इंकार कर दिया है। वहीं दूसरी तरफ से सवाल भी खड़ा हो गया था कि विद्यार्थियों ने जनवरी की जेईई मैंस की परीक्षा में भागीदारी कर ली है। वहीं अप्रैल की जेईई मैंस के लिए विद्यार्थी तैयारी कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में व्यापमं से पीईटी नहीं कराई जासकती। इससे विद्यार्थियों पर आर्थिक बोझ केसाथ उसकी तैयारी का अतिरिक्त बोझ पढ़ेगा। इसलिए शासन ने आगामी सत्र में पीईटी कराने का निर्णय लिया है। हालांकि आगामी सत्र में क्या तैयारी होगी। इसके लिए कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किए गए हैं। 

कोर्स में भी होगा परिवर्तन 
जेईई मैंस का सिलेबस एनसीईआरटी द्वारा तैयार किया जाता है। क्योंकि सीबीएसई एनसीईआरटी सिलेबस भी ही एग्जाम करता आया है। वर्तमान में नेशनल एग्जाम एजेंसी इसी सिलेबस से जेईई मैंस करा रहा है। वहीं एमपीबोर्ड का अपना स्वयं का सिलेबस है, िजसके आधार पर पीईटी आयोजित होना थी, लेकिन गत वर्ष एमपीबोर्ड ने एनसीईआरटी सिलेबस को अपना लिया है। इसलिए वर्तमान में सिर्फ 11वीं कक्षा के विद्यार्थी उक्त सिलेबस को पढ़ रहे हैं। जबकि 12वीं में एमपीबोर्ड का सिलेबस चल रहा है। इससे पीईटी की विश्वसनियता पर सवाल भी खड़े हो सकते थे। आगले साल व्यापमं पीईटी को एनसीईआरटी के सिलेबस के द्वारा ही करा पाएगा। 

तीन मई से जमा होंगे एडवासं के फार्म 
जेईई मैंस क्वालीफाई करने वाले विद्यार्थी जेईई एडवांस में शामिल होने के लिए तीन मई से आवेदन कर पाएंगे। वहीं एनआरआई विद्यार्थी 9 मई तक ही आवेदन कर पाएंगे। परीक्षा कराने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) जल्द ही जेईई मैंस के रिजल्ट जारी करेगा। अप्रैल में हुई जेईई में कुल 9 लाख 35 हजार 741 छात्रों शामिल हुए हैं। जबकि जनवरी की परीक्षा में कुल 9 लाख 29 हजार 198 छात्रों ने रजिस्टर हुए थे। अप्रैल सत्र में इंजीनियरिंग के लिए 6 हजार 543 उम्मीदवारों की बढ़ोतरी हुई है। आर्किटेक्चर में एक सटीक रिवर्स ट्रेंड देखा गया था। जहां पंजीकृत उम्मीदवारों की संख्या जनवरी में 1 लाख 80 हजार 52 से गिरकर अप्रैल में 1 लाख 69 हजार 767 हो गई थी, जिसमें 10 हजार 285 छात्र पंजीकृत थे। 

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