पांच मजेदार फूड्स जीभ को चटकारा और बढ़ती तोंद को करेंगे कंट्रोल

आमतौर पर लगता है कि बढ़ते वेट को कंट्रोल करने के लिए जो भी चीजें अपनी डायट में शामिल करनी होंगी वे सभी बेस्वाद और बोरिंग होती हैं। कई बार इस सोच के चलते हम अपनी फिटनेस पर चाहकर भी ध्यान नहीं दे पाते हैं। क्योंकि हमारे जेहन में एक ही बात घूमती रहती है – टेस्टलेस खाना खाकर जीना भी कोई लाइफ है!

इन सबके पीछे ना भागें
जिम में इक्विमेट्स के साथ मशक्कत के अलावा और भी कितनी ही तरह की एक्सर्साइज का इन दिनों बोलबाला है। सबका मकसद सिर्फ एक कि आपको छरहरी काया का मालिक बनाया जा सके। इस सबके चलते आपकी लाइफ और अधिक मशीनी होती जा रही है। पार्क में टहलना और प्रकृति के नजदीक रहना लोग भूल रहे हैं।

ऑर्गेनिक और प्राकृतिक तरीके अपनाएं
एक्सर्साइज के बिजनस के साथ ही ऐसे फूड सप्लिमेंट्स का मार्केट भी खूब फल-फूल रहा है, जो आपको वेट कंट्रोल डायट दे रहे हैं। इन सबको साइड में रखकर आप ऑर्गेनिक और प्राकृतिक तरीकों को अपनाएं। क्योंकि ये सुरक्षित होते हैं और आमतौर पर इनका कोई साइडइफेक्ट नहीं होता है।

वजन घटाने में मददगार है शहद
शहद! नाम देखते ही आ गया ना मुंह में पानी। अगर नैचरली स्वीट और एनर्जी से भरपूर शहद आपको अपना बढ़ता वजन नियंत्रण में रखने में मदद करे तो किसी सप्लिमेंट के पीछे भागने की क्या जरूरत है। शहद ऐसी आयुर्वेदिक औषधि है, जिसे किसी भी फूड के साथ मिलाने पर उसके गुणों में बढ़ोतरी होती है।

कैसे काम करता है शहद?
रात को सोने से पहले हल्के गुनगुने दूध में शहद मिलाकर पीने से नींद बहुत अच्छी आती है। इस कारण हमारी बॉडी ब्लोटिंग नहीं करती और हम स्लिम रहते हैं। साथ ही शहद एक नैचरल एनर्जी बूस्टर है। इसकी थोड़ी-सी मात्रा खाने से हमारी भूख कंट्रोल रहती है और हम एक्स्ट्रा कैलरी नहीं लेते।

नींबू का चटकारा घटाए टमी
आपने शायद कहीं पढ़ा हो कि लंबे समय से नींबू का उपयोग शरीर को फिट और फैट फ्री रखने में होता रहा है। एक ग्लास पानी में आधा नींबू निचोड़कर खाली पेट पीने से बॉडी का एक्स्ट्रा फैट घटने लगता है। खाना खाने के बाद अगर पानी पीना हो तो गुनगुने पानी में थोड़ा-सा नींबू निचोड़कर पीएं।

इस तरह काम करता है नींबू
नींबू में पेक्टिन नाम का डायट्री फाइबर होता है। यह एक सॉल्यूबल डायट्री फाइबर है, जो हमारे पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। पेक्टिन बॉडी में जमा फैट को काटता है और इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके साथ ही यह बॉडी में ग्लूकोज की खपत को धीमा करता है। इससे शरीर में अधिक समय तक ऊर्जा बनी रहती है भूख ठीक लगती है।

अदरक से घटाएं मोटापा
अदरक को आमतौर पर खांसी-जुकाम ठीक करनेवाली होम रेमेडी के रूप में देखा जाता है। लेकिन यह बात कम ही लोग जानते हैं कि अदरक वेट कंट्रोल भी करता है। अदरक में ऐंटिऑक्सीडेंट्स बड़ी मात्रा में होते हैं। ये मेटाबॉलिज़म को मजबूत करते हैं और फैट को घटाते हैं।

इस तरह काम करता है अदरक
अदरक की ऐंटिऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज हमारे शरीर में स्वेलिंग और ब्लोटिंग को रोकती हैं। दरअसल, अदरक के गुण सीधे तौर पर मोटापे को घटाने का काम नहीं करते बल्कि ये भूख को नियंत्रित करते हैं, इससे हम एक्सट्रा कैलरी लेने से बचते हैं। साथ ही अदरक पाचन की प्रक्रिया को तेज करता है, जो हमें एनर्जेटिक बनाए रखती है।

आंवला करता है वेट कंट्रोल
अगर आप किसी से यह सवाल पूछें कि आंवला सेहत के लिए कैसे गुणकारी है तो आपको अधिकतर लोग यही जबाव देंगे कि यह विटमिन-सी से भरपूर होता है और इसे खाने से आंखें सेहतमंद रहती हैं। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि आंवले को अगर डेली डायट का हिस्सा बना लिया जाए तो यह बढ़ते वजन को रोक सकता है।

ऐसे काम करता है आंवला
आंवला विटमिन-ए के साथ ही अनेक पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसका कसैला स्वाद शुरुआत में भले ही बुरा लगे, लेकिन हमारी टेस्ट बड्स को संतुष्टि देनेवाला होता है। यह बॉडी में शुगर कंट्रोलिंग का काम तेजी से करता है। फाइबर से भरपूर होने के कारण यह पेट साफ रखता है और डायजेशन को सही करता है।

काली मिर्च
आपको शायद ही पता हो कि काली मिर्च यानी ब्लैक पेपर एक ऐसा मसाला है, जो पूरी दुनिया में सबसे अधिक यूज किया जाता है। खाने में अगर काली मिर्च का उपयोग किया जाए तो यह मोटापे को बढ़ने से रोकती है। क्योंकि इसमें थर्मोजेनिक क्वालिटी होती है। यानी शरीर में ऊर्जा उत्पन्न करने की खूबी।

ऐसे काम करती है काली मिर्च
खाने में काली मिर्च का उपयोग करने पर यह शरीर में हीट या ऊर्जा का उत्सर्जन तेजी से करती है। इससे शरीर में जमा एक्स्ट्रा फैट पिंघलता है और हम ऊर्जावान महसूस करते हैं। साथ ही लगातार पिंघलते फैट से हमारे शरीर को ऊर्जा मिलती रहती है और हमें भूख कम लगती है। जिससे हमारी कैलरी का इंटेक घट जाता है और हम स्लिम रहते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *