नीति आयोग द्वारा चयनित आकांक्षी जिलों द्वारा सुधार गतिविधियों का प्रस्तुतिकरण

भोपाल
राज्य योजना आयोग के सदस्य सचिव गुलशन बामरा ने नागरिकों के स्वास्थ्य, शिक्षा, जीवन- स्तर में सुधार के लिए नीति आयोग द्वारा चयनित आकांक्षी जिलों में सतत् विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण पर आयोजित गोलमेज कार्यशाला में कहा कि यद्यपि विज्ञान, प्रौद्योगिकी, सैन्य-शक्ति आदि में भारत की स्थिति विश्व में बहुत अच्छी है। तथापि विकास संकेतकों में सुधार के लिए समन्वित रूप से प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि आकांक्षी जिलों के लिए आरंभ किए गए कार्यक्रम में भारत सरकार, राज्य शासन, यू.एन.डी.पी., जिला प्रशासन तथा पी.एस.यू. समन्वित  रूप से प्रयासरत हैं। बामरा ने कार्यक्रमों में जन-प्रतिनिधियों और मीडिया का सहयोग लिये जाने पर बल दिया।

यू.एन.डी.पी. की डिप्टी रेजीडेंट रिप्रेजेंटेटिव सुनादीया रशीद ने कहा कि जिलों की आकांक्षाओं और चुनौतियों को जानना और परस्पर संवाद विकसित करना हमारा मुख्य उद्देश्य है। कोई वंचित न रहे और विकास की प्रक्रिया से छूटे नहीं, यही हमारा लक्ष्य है। कार्यशाला में बड़वानी, छतरपुर, दमोह, गुना, खण्डवा, राजगढ़, सिंगरौली, विदिशा के जिला कलेक्टर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत तथा विकास विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। नीति आयोग और यू.एन.डी.पी. के प्रतिनिधियों सहित संबंधित पी.एस.यू. के अधिकारी भी उपस्थित थे।

आकांक्षी जिलों में स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, आधारभूत सुविधाओं, वित्तीय समावेशन, कौशल विकास और कृषि के क्षेत्र में सुधार के लिए जिला स्तर पर जारी गतिविधियों का प्रस्तुतिकरण किया गया। परिचर्चा में यह तथ्य प्रमुखता से सामने आया कि आकांक्षी जिलों में आंगनवाड़ी, शालाएँ और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोलना तथा उन्हें सशक्त करना सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। साथ ही, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, ए.एन.एम. और आशा कार्यकर्ता के  कार्यो में समन्वय भी आवश्यक है। इससे स्वास्थ्य, शिक्षा तथा जीवन-स्तर से संबंधित संकेतकों में महत्वपूर्ण सुधार लाया जा सकता है।

कार्यशाला में कलेक्टर बड़वानी द्वारा दूरस्थ अंचलों में बाईक एम्बुलेंस के संचालन, छात्र-शिक्षक अनुपात में सुधार के लिए शिक्षकों की पदस्थापना, दमोह कलेक्टर द्वारा कुपोषणग्रस्त बच्चों के लिए आयुर्वेदिक पद्धति से उपचार, कलेक्टर गुना द्वारा शिक्षक-प्रशिक्षण के लिए आरंभ कार्यक्रम तथा आंगनवाड़ी केन्द्रों में आवश्यक रूप से टायलेट निर्माण, खंडवा कलेक्टर द्वारा संस्थागत प्रसव संबंधी सुविधा के विस्तार और आई.आई.एम. अहमदाबाद के माध्यम से शिक्षकों के प्रशिक्षण जैसी पहल की जानकारी दी गई।

कार्यशाला में राज्य योजना आयोग के मुख्य सलाहकार मनोज अग्रवाल, यू.एन.डी.पी. के प्रदेश प्रमुख डॉ. राकेश मलहोत्रा सहित एन.एफ.एल., गेल इण्डिया, एन.एच.डी.सी., आई.ओ.सी.एल. के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।  

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