नाराज भाजपा सांसद का गंभीर आरोप, ‘करोड़ों में हो रहा टिकट का खेल’

उमरिया
मध्य प्रदेश की शहडोल लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद ज्ञान सिंह टिकट कटने से बागी हो गए हैं। टिकट नहीं मिलने के कारण उन्होंने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। अब उन्होंने पार्टी नेताओं पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं। बुधवार को ज्ञान सिंह ने मीडिया से चर्चा कर टिकट की खरीद फरोख्त के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पैसे के बल पर पार्टी में टिकट बांटे जा रहे हैं। कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुईं हिमाद्री को भी पैसे के बल पर ही टिकट दिया गया है। उनके इस बयान के बाद से प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। 

दरअसल, बीजेपी ने ज्ञान सिंह का टिकट इस बार काट दिया है। वह शहडोल लोकसभा से 2016 में उपचुनाव जीत कर लोकसभा सांसद बने थे। उनकी निष्क्रयता के कारण आदिवासी समुदाय में उनके खिलाफ आक्रोश बताया जा रहा है। जिसे देखते हुए पार्टी ने इस बार उन पर भरोसा नहीं जताया और चुनावी समय में ही कांग्रेस से आई हिमाद्रि को टिकट दे दिया। इससे ज्ञान सिंह ने नाराज होकर पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने मीडिया को बताया कि शहडोल लोकसभा सीट का सौदा पैसे के दम पर हुआ है। उन्होंंने पूर्व मंत्री संजय पाठक व संभागीय संगठन मंत्री जितेंद्र लटोरिया पर टिकट खरीद फरोख्त को लेकर निशाने पर लिया है| उन्होंने दावा किया है कि यह नेता दावेदारों से पैसे के दम पर उन्हें टिकट दिलवा रहे हैं। उन्होंंने बीजेपी के कई नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि करोड़ों का खेल है, मैं तो जो तन्खा पाता हूं वो जनता को बांटता देता हूं। 

गौरतलब है कि संघ के सर्वे में कई बीजेपी सांसदों की रिपोर्ट खराब आई थी। सर्वे में ज्ञान सिंह के जीतने की संभावना कम बताई गई थी। बीजेपी ने संघ की रिपोर्ट के अलावा पार्टी नेताओं के फीडबैक के बाद सिंह का टिकट काट दिया, हालाँकि उनके अलावा भी कई सांसदों का टिकट कटना था, लेकिन उन्हें टिकट मिल गया । बताया जाता है कि ज्ञान सिंह  उनके लोकसभा क्षेत्र में कोई बड़ी योजना लाने में विफल रहे। वह आदिवासियों के कद्दावर नेताओं में शुमार हैं लेकिन इस बार आदिवासी समुदाय उनसे नाराज बताया जा रहा है। जिसे देखते हुए पार्टी ने उनकी जगह कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुईं हिमाद्री सिंह को टिकट दिया है। 2016 में बीजेपी के टिकट पर ज्ञान सिंह ने 50 हजार वोट के अंतर से कांग्रेस की हिमाद्री को हराया था और लोकसभा पहुंचे थे। इससे पहले वह शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। निर्दलीय लड़ने का एलान करने वाले ज्ञान सिंह ने कहा उन्हें सपा बसपा और गोंडवाना का समर्थन मिल जाएगा| 

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