भोपाल रेल मंडल: तीन लाख कर्मचारियों को प्रीमेच्योर रिटायरमेंट की तैयारी!

भोपाल
इंडियन रेलवे में तीन लाख कर्मचारियों को प्रीमेच्योर रिटायरमेंट की तैयारियों के बीच भोपाल रेल मंडल में भी करीब 1500 रेल कर्मियों को लेआॅफ दिया जा सकता है। रेलवे बोर्ड के इस आशय के आदेश के बाद जोनल लेवल पर तीस साल की सेवा या पचपन की उम्र पूरी कर चुके कर्मचारियों में हड़कंप बना हुआ है।

दरअसल रेलवे मार्च 2020 तक अपने 13 लाख कर्मचारियों में से तीन लाख कर्मचारियों को प्रीमेच्योर रिटायरमेंट दे रहा है। इस दायरे में आने वाले अमले की परफारमेंस रिपोर्ट तैयार की जानी है। इस रिपोर्ट में कर्मचारी की फिजीकल और मेंटल फिटनेस और डेली अटेंडेंस को भी आधार बनाया जा रहा है। साथ ही ऐसे कर्मचारी जिन पर डिपार्टमेंटल इन्क्वायरी चल रही हो या जो सस्पेंड पड़े हुए हों रेलवे अधिक फोकस कर रहा है। रेलवे सूत्रों के अनुसार दादागिरी करने वाले या अफसरों से अक्सर दुर्व्यवहार करने वाले कर्मचारियों को भी इस दायरे में लाया जाएगा। रेलवे बोर्ड से 27 जुलाई को जो लेटर जोनल मुख्यालयों को भेजा गया है उसमें 9 अगस्त तक यह रिपोर्ट भेजने को कहा गया है। साथ ही जो कर्मचारी या अधिकारी भ्रष्ट हैं और कई बार इस दायरे में आ चुके हैं उन्हें भी इस क्राइटेरिया में शामिल किया जाएगा।

भोपाल रेल मंडल के हर ए से लेकर डी ग्र्र्रुप के करीब 1500 कर्मचारी जो 30 वर्ष की सेवा या 55 की उम्र पूरी कर चुके हैं इस दायरे में आ रहे हैं। एक रेलवे अधिकारी ने बताया कि जिस भी कर्मचारी का सर्विस रिकार्ड ठीक नहीं होगा उसे हटाया जा सकता है। दरअसल रेलवे इसी वर्ष करीब डेढ़ लाख नई भर्तियां कर रहा है। गत वर्ष भी करीब 50 हजार नई भर्तियां की गईं थीं। रेलवे अपना खर्च घटाने के लिए उम्र दराज और विवादित अमले को हटाना चाहता है। ताकि नए लोगों को नौकरी मिल सके।

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