धमकाने के आरोप निराधार, आईएएस मनु श्रीवास्तव ने दी सफाई

भोपाल
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की ओएसडी और  1991 बैच की आईपीएस अधिकारी प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव और उनके पति मनु श्रीवास्तव के खिलाफ दर्ज केस पर दोनों अफसरों की ओर से सफाई पेश की गई है। श्रीवास्तव दंपति की ओर से जारी प्रेस नोट में बताय गया है कि शिकायतकर्ता अशोक पांडे ने उनके पैतृक मकान पर बीते कई सालों से कब्जा कर रखा है। मकाल खाली करवाने को लेकर मुकदमा अदालत में चल रहा है। पांड द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को श्रीवास्तव दंपति ने सिरे से खारिज कर दिया है।

जारी बयान में लिखा है कि अशोक पांडेय ने उनके खानदानी मकान पर कब्जा कर रखा है। साथ ही अदालत में फर्जी दस्तावेज पेश भी किए हैं। जिसके खिलाफ दंपति ने इलाहाबाद के थाना कर्नलगंज में शिकायत की थी। पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। ये शिकायत 20 अप्रैल 2019 को की गई थी। दंपति का आरोप है कि उक्त शिकायत से विचलित होकर ही पांडे ने उन पर 26 मई को हुए हमले का फर्जी आरोप लगाया है।

गौरतलब है कि इलाहाबाद के लाउदर रोड पर रहने वाले अशोक पांडेय का मनु श्रीवास्तव से मकान पर कब्जे को लेकर विवाद चल रहा है। अशोक कुमार पांडेय का आरोप है कि 1995 में रेंट कंट्रोल अधिकारी से आवंटित होने के बाद वह लाउदर रोड पर बने मकान में परिवार समेत रहते हैं। अशोक ने आरोप लगाया है कि  जमीन के विवाद में दंपति के इशारे पर चार लोगों ने घर में घुसकर गालीगलौच करते हुए जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने बताया कि एक माह पहले कई युवक उनके घर पर आए थे और अपशब्द कहते हुए धमकी दी। साथ ही मनु व प्रज्ञा ऋचा का नाम लेकर कहा कि जैसा वह चाहते हैं, वैसा ही करो। इसकी थाने में भी शिकायत की गई लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई, जिसके बाद 10 जून को भुक्तभोगी ने कोर्ट में 156(3) के तहत आवेदन देकर रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की। कोर्ट के आदेश पर शनिवार को मामले में मनु श्रीवास्तव, प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव व चार अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई। जार्जटाउन पुलिस का कहना है रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।

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