तिहाड़, आर्थर रोड जेल के अफसरों को देख, शायराना हो गए एमपी के डीजी जेल

भोपाल
भोपाल में ऑल इंडिया जेल डीजी कॉन्फ्रेंस हुई.. इसमें देश भर के अलग-अलग प्रदेशों के 50 से ज़्यादा जेलों के डीजी, एडीजी और आईजी स्तर शामिल हुए. इस कॉफ्रेंस में जेलों की सुरक्षा से लेकर तकनीक विजिटर और प्रिजनर्स सिस्टम पर चर्चा की गयी. लेकिन सबसे दिलचस्प रहे सर्विस के दौरान इन जेल अफसरों के अनुभव को सुनना.मध्य प्रदेश के डीजी जेल संजय चौधरी तो शायराना हो गए.

कॉन्फ्रेंस का ये छटवां साल है. लेकिन मध्यप्रदेश में ये पहली बार हुई. एमपी के डीजी जेल संजय चौधरी ने तो जेल प्रशासन के सामने आने वाली बजट की कमी को शायराना तरीके से बताया. उन्होंने इसे जेलों की फकीरी बताया. संजय चौधरी ने शेर पढ़ा –

'न मांझी, न रहबर, न हक में हवाएं हैं,
है कश्ती भी जर्जर, ये कैसा सफर है,
अलग ही मज़ा है फकीरी का अपना
न पाने की चिंता न खोने का डर है'

हिमाचल प्रदेश के जेल डीजी सोमेश गोयल ने विचाराधीन कैदियों की व्यस्तता, उत्पादकता और बेस्ट प्रेक्टिसेस पर जोर दिया. हरियाणा के जेल डीजी के सेलवाराज ने जेलों की तकनीक पर चर्चा की.उन्होंने विशेष रूप से विजिटर मैनेजमेंट सिस्टम और प्रिजनर्स मैनेजमेंट सिस्टम पर बात की.

कॉन्फ्रेंस के दौरान जेलों में सुरक्षा मुहैया कराने वाली देश की 25 नामी गिरामी कंपनियों ने अपने उपकरणों की प्रदर्शनी लगायी थी. साथ ही कैदियों के बनाए सामान भी रखे गए थे.

तिहाड़, यरवदा, ऑर्थर जेल सहित 50 से ज़्यादा जेलों के अफसर इस दो दिन की कॉन्फ्रेंस में आए और अपने-अपने अनुभव भी शेयर किए. सभी ने जेलों की सुरक्षा और कैदियों में सुधार के लिए अपने सुझाव रखे.

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