टिकट के लिए दावेदारों का दिल्ली में डेरा, मंत्री लगा रहे जोर

भोपाल 
लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए दावेदारों में घमासान मचा हुआ है| भोपाल से लेकर दिल्ली तक नेता एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं| कुछ भोपाल तो कुछ दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं| कांग्रेस में टिकटों को लेकर दिल्ली में अंतिम दौर का मंथन चल रहा है,  कांग्रेस ने 15 सीटों पर उम्मीदवार तय कर लिए हैं, लेकिन 14 सीटों पर घमासान है। अभी तक किसी भी सीट पर आधिकारिक घोषणा नहीं की गई हैं| वहीं टिकट के लिए कुछ नेता दिल्ली में अपने गॉड फादर से मिलने पहुंचे हैं, तो उनकी पैरवी के लिए मंत्री भी जोर लगा रहे हैं| 

टीकमगढ़ से दावेदार कमलेश वर्मा दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। वे कांग्रेस के टिकट पर पिछले लोकसभा चुनाव में भी उम्मीदवार थे, लेकिन हार गए थे। पैनल में उनका नाम है, इसलिए वे टिकट पक्का कराने राजधानी में ही जमे हैं। उन्हें ज्योतिरादित्य सिंधिया से बहुत उम्मीदें हैं। परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी और खाद्य मंत्री प्रद्युम्र सिंह तोमर भी समर्थकों की पैरवी करने दिल्ली पहुंचे हैं। खजुराहो से टिकट मांग रहे चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी ने दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर दावेदारी पेश की। सिंधिया दिल्ली से भोपाल लौट आये हैं, वे अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर हैं| 

टीकमगढ़ लोकसभा सीट परिसीमन के बाद 2008 में अस्तित्व में आई|  यह सीट अनुसूचित जाति के उम्मीदवार के लिए आरक्षित है| पूरे टीकमगढ़ जिले को कवर करने वाली यह सीट छतरपुर के कुछ हिस्सों तक भी फैली हुई है| 2009 में हुए यहां पर पहले चुनाव में बीजेपी के वीरेंद्र कुमार ने जीत हासिल की| उन्होंने कांग्रेस के अहीरवार वृन्दावन को हराया| टीकमगढ़ लोकसभा सीट पर अब तक 2 चुनाव हुए हैं| इन दोनों ही चुनावों में बीजेपी के वीरेंद्र कुमार को जीत मिली है. वीरेंद्र केंद्र की मोदी सरकार में राज्यमंत्री हैं| वह पहली बार 1996 में सागर लोकसभा सीट से चुनाव जीते थे| इस बार भाजपा से केंद्रीय मंत्री वीरेंदर कुमार के साथ ही पूर्व विधायक आरडी प्रजापति दावेदारी कर रहे हैं, तो वहीं कांग्रेस से कई दावेदार हैं उनमे कमलेश वर्मा भी शामिल हैं|

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