जोधपुर सेंट्रल जेल में कोरोना का खौफ, आसाराम समेत सारे कैदियों ने शुरू की भूख हड़ताल

जोधपुर 
देशभर में कोरोना वायरस के खतरे को लेकर लॉकडाउन कर दिया गया है। कुछ राज्‍यों में तो कर्फ्यू लगाने तक की नौबत आ गई। राजस्‍थान में भी लॉकडाउन है। यहां की जोधपुर सेंट्रल जेल के कैदियों ने कोरोना वायरस के डर के मारे भूख हड़ताल शुरू कर दी है। वे मांग कर रहे हैं कि इस महामारी के वक्‍त उन्‍हें छोड़ दिया जाए। मंगलवार को यहां कुछ कैदियों को छोड़कर बाकियों ने खाना नहीं खाया। जोधपुर सेंट्रल जेल में कई कुख्यात अपराधी सजा भुगत रहे हैं। इनमें रेप केस में दोषी आसाराम, भंवरी देवी अपहरण और हत्‍याकांड में बंद पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा जैसे बड़े नाम शामिल हैं। 

जेल प्रशासन ने बनाई लिस्‍ट 
जोधपुर की सेंट्रल जेल में कुल 1,375 कैदी हैं। इनमें सजायाफ्ता और ट्रायल का सामना कर रहे कैदी शामिल हैं। राजस्‍थान सरकार ने जेल के अधिकारियों से कैदियों के बारे में जानकारी मांगी है। जेल प्रशासन ने उन कैदियों की लिस्‍ट तैयार कर ली है जिन्‍हें परोल पर छोड़ा जा सकता है। यह लिस्‍ट सरकार को भेजी जाएगी। अंतिम फैसला सरकार लेगी। कुछ की सजा माफ कर उन्‍हें छोड़ा जा सकता है। 

राज्‍य में 31 मार्च तक लॉकडाउन 
राजस्‍थान सरकार ने सूबे में 31 मार्च तक लॉकडाउन के आदेश दिए हैं। इस दौरान, आवश्‍यक सेवाओं को छोड़कर बाकी सबकुछ बंद रहेगा। रोड पर भी केवल इन्‍हीं सेवाओं से जुड़े वाहनों को निकलने की अनुमति है। मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने साफ कहा है कि जनता लॉकडाउन का पालन करे अन्‍यथा वे कर्फ्यू लगाने पर मजबूर होंगे। राज्‍य के हाइवे टोल भी बंद कर दिए गए हैं। 

सूबे में अब तक 32 पॉजिटिव मामले 
राजस्‍थान के स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने प्रदेश में 1 हजार से ज्यादा लोगों के सैंपल लिए हैं। उनमें से 32 पॉजिटिव केस आए हैं। सूबे के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉ रघु शर्मा के अनुसार, पॉजिटिव मरीजों की स्थिति नियंत्रण में है। प्रदेश में कोरोना से अभी तक कोई मौत नहीं हुई है। उन्होंने इस हालात में दुष्प्रचार और भ्रामक खबरों से बचने की सलाह दी है। लॉकडाउन की स्थिति में होने वाली परेशानियों के समाधान के लिए एक ‘वार रूम‘ बनाया गया है, जो 24 घंटे चलेगा। इसके लिए हेल्पलाइन नम्बर 181 पर संपर्क किया जा सकेगा। 

उपद्रवियों को अरेस्‍ट कर रही पुलिस 
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने और धारा 144 का उल्लंघन करने के आरोप में सोमवार को राजस्थान में 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचना फैलाने और धारा 144 का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। 

सीएम ने दी थी चेतावनी 
गहलोत ने सोमवार शाम ट्वीट कर इशारा किया था कि अगर लोग नहीं माने तो उन्‍हें कर्फ्यू लगाना पड़ेगा। उन्‍होंने अपने ट्वीट में कहा, "मैं आप सभी के जीवन की रक्षा के लिए आगाह कर रहा हूं। कृपया कर्फ्यू की तरह बर्ताव करें, घरों में ही रहें। लॉकडाउन को सेल्‍फ इम्‍पोज्‍ड कर्फ्यू मानकर गंभीरता से लें वरना हमें प्रदेश में कर्फ्यू लगाना पडेगा।"

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