चित्रकूट अपहरण कांड: मौन जुलूस में शामिल हुए शिवराज
भोपाल
चित्रकूट में हुई घटना के विरोध में सतना के हजारों नागरिकों, स्कूली बच्चों ने आज सिविल लाइन से कलेक्ट्रेट दफ्तर तक मौन जुलूस निकाला। इस जुलूस में बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हुए। मौन जुलूस में शामिल लोगों ने हाथों में चित्रकूट के दो मासूमों की निर्मम हत्या और पुलिस की विफलता के विरुद्ध आक्रोश मार्च निकाला।
पूर्व सीएम चौहान ने इस घटना पर रात में किए गए ट्वीट में लिखा है कि सरकार तबादलों को छोड़, कानून व्यवस्था को बनाने में जुटे। अपराधियों पर नकेल कसे ताकि फिर कोई मासूम अपराधियों का शिकार न बने। उन्होंने लिखा कि सोना चाहता हूं लेकिन आंखों में नींद नहीं है, मन बेचैन है। कैसे शांति पाऊं, यही सोच रहा हूं। अपराधी को कोई जाति, धर्म या पार्टी नहीं होती। अपराधी सिर्फ अपराधी होता है। फिर वे क्यों नहीं पकड़े गए। इन तथ्यों की जांच होनी चाहिए। उन्होंने घटना की हर तरीके से जांच करने की मांग करते हुए कहा है कि आईजी, प्रभारी मंत्री और सरकार की क्या ऐसी निकृष्ट सोच हो सकती है।
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने इस घटना को लेकर किए गए ट्वीट में लिखा है कि रात भर मन बेचैन रहा। सोचता रहा कि मानवता जैेसी चीज खत्म हो गई? ऐसा ही चला तो भविष्य क्या होगा? अपराधी बेखौफ ऐसी घटनाओं अंजाम देते हैं और पुलिस कार्यवाही का ढोंग करती है। पुलिस अपराधियों को शव मिलने के बाद तुरंत पकड़ लेती है। यह तत्परता पुलिस और सरकार ने तब दिखाई होती जब अपहरण हुआ था तो शायद आज किसी का आंगन सूना नहीं होता। यह घटना प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर एक बड़ा सवालिया निशान है।