कोरोना का कहर: Covid-19 से बचने के लिए कर रहे हैं सेनिटाइजर का प्रयोग, त्वचा को हो सकते हैं ये गंभीर रोग
नई दिल्ली
सेनिटाइजर का अत्यधिक इस्तेमाल एलर्जी, रुखापन और खुजली भी दे सकता है। त्वचा रोग विशेषज्ञों का दावा है कि बाजार में मौजूद 90 प्रतिशत हैंड सेनिटाइजर अच्छी गुणवत्ता के नहीं हैं। लोग उन्हें बड़ी संख्या में इस्तेमाल कर रहे हैं।
इनमें इस्तेमाल होने वाला अल्कोहल और अन्य चीजें त्वचा में एलर्जी का कारण बन सकता है। इसके ज्यादा इस्तेमाल से त्वचा लाल होने लगती है और छोटे-छोटे दाने भी हो सकते हैं। इसमें एथनॉल, एन प्रोपेनॉल, आइसोप्रोफाइनल नामक ड्राई अल्कोहल होता है। इससे त्वचा की प्राकृतिक नमी खत्म हो जाती है। हाथों में रुखापन और त्वचा शुष्क होने लगती है। खुजली भी होती है।
राजा हरिश्चंद्र अस्पताल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ़ हितेश बताते हैं कि बीते कुछ दिनों से ऐसे मरीज आ रहे हैं, जिनके हाथ में खुजली होने या एलर्जी की समस्या हो रही है। पता चला कि ये सेनिटाइजर इस्तेमाल कर रहे हैं। कई रिसर्च में साबित हो चुका है कि सेनिटाइजर का अत्यधिक इस्तेमाल त्वचा से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है। डॉ़ हितेश के मुताबिक बाहर से घर आने पर या दफ्तर पहुंचने पर सेनिटाइजर इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन बार-बार प्रयोग से बचना चाहिए।
यह परेशानी-
-एम्स के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर विजय गुर्जर के मुताबिक, सेनिटाइजर में विषैले तत्व और बेंजाल्कोनियम क्लोराइड होता है, जो कीटाणुओं और बैक्टीरिया को हाथों से बाहर निकाल देता है, लेकिन यह हमारी त्वचा के लिए ठीक नहीं होता है। इससे जलन और खुजली हो सकती हैं।
-खुशबू के लिए फैथलेट्स नामक रसायन का इस्तेमाल होता है, इसकी मात्रा जिनमें ज्यादा होती है, वे हानिकारक होते हैं। ये सेनिटाइजर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी कम करते हैं।
-सेनिटाइजर में अल्कोहल की मात्रा होने की वजह से ये बच्चों की सेहत पर बुरा असर डाल सकते हैं, खासकर यदि बच्चे इसे नादानी में निगल लें। ज्यादा इस्तेमाल से त्वचा शुष्क हो जाती है।