कॉमन कोल्ड के वायरस से ब्लैडर कैंसर का इलाज संभव

क्या सर्दी-जुकाम के वायरस से कैंसर का इलाज संभव है? यह सुनने भी असंभव-सा लगता है, लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसा संभव है। यानी कॉमन कोल्ड या सर्दी-जुकाम का वायरस कैंसर को जड़ से खत्म कर सकता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि कोल्ड वायरस यानी coxsackievirus या CVA21 ब्लैडर स्थित कैंसर कोशिकाओं को जड़ से खत्म करने में कारगर है।

इस ट्रायल के लिए इंग्लैंड स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ सरी द्वारा किए गए ट्रायल में 15 ऐसे मरीजों को शामिल किया गया जो ब्लैडर के कैंसर से पीड़ित थे। सर्जरी से एक हफ्ते पहले इन मरीजों में coxsackievirus या CVA21 नाम का कोल्ड वायरस इंजेक्ट किया गया। सर्जरी के बाद जब मरीजों के टिशूज की जांच की गयी तो पता चला कि कोल्ड वायरस ने न सिर्फ कैंसर कोशिकाओं को जड़ से खत्म कर दिया बल्कि प्रजनन के जरिए इसने अपनी संख्या बढ़ा ली व और भी शक्तिशाली हो गया।

 

वैज्ञानिकों के अनुसार, कोल्ड वायरस कैंसर कोशिकाओं के अंदर प्रवेश करने के बाद एक प्रतिरोधक प्रोटीन को जन्म देता है, जिससे अन्य कोशिकाओं को संकेत मिल जाता है और वे भी इस वायरस से आकर जुड़ जाती हैं। ट्रायल में शामिल सभी मरीजों में पाया गया कि उनमें ट्यूमर के खत्म होने के साथ-साथ कैंसर कोशिकाएं भी जड़ से खत्म हो गयीं और एक ही हफ्ते के ट्रीटमेंट के बाद कैंसर के बचे लक्षण और संकेत भी पूरी तरह खत्म हो गये। इतना ही नहीं, इस ट्रायल के तहत शामिल मरीजों में किसी तरह के दुष्प्रभाव नहीं देखे गए।

 

आजकल ब्लैडर कैंसर यानी पित्त की थैली का कैंसर भी अन्य कैंसरों की तरह आम हो गया है। शुरू में इसका पता नहीं चलता और शायद इसीलिए इस कैंसर को भी ब्रेस्ट कैंसर की तरह साइलंट कैंसर कहा जाता है। ज्यादातर मरीजों की बीमारी तब पता चलती है, जब वह काफी फैल जाता है। 2016 में आयी एक स्टडी के अनुसार, ब्लैडर कैंसर के सबसे ज्यादा केस उत्तर भारत में थे।बता दें कि अगर पित्त की थैली में पथरी हो तो भी कैंसर का अंदेशा हो सकता है। इसलिए किसी भी तरह की लापरवाही न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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