किचन में लगी चिमनी की सफाई और देखभाल के 8 आसान तरीके
नोएडा के सेक्टर-77 स्थित प्रतीक विस्टिरिया सोसायटी के एक फ्लैट में बुधवार को खाना बनाते समय चिमनी में आग लगने से किचन पूरी तरह से जल गया। सोसायटी में आग बुझाने के लिए लगे उपकरणों के काम नहीं करने से अफरातफरी की स्थित उत्पन्न हो गई। आसपास के लोगों की मदद से आग पर काबू पाया जा सका। इस घटना के बाद सोसायटी के लोग सहमे हुए हैं।
ऐसा आपके साथ न हो, इसलिए चिमनी की साफ-सफाई और उसकी देखभाल का पूरा ध्यान रखें। चिमनी के रखरखाव और सेफ्टी के तरीके यहां बताए जा रहे हैं:
1- किचन में चिमनी का इस्तेमाल काफी ज्यादा होता है तो हर 15 दिन में गर्म पानी में डिटर्जेंट मिलाकर फिल्टर को साफ करके लगाएं।
2- कुछ फिल्टर ऐसे भी होते हैं जिन्हें धोया नहीं जा सकता है उन्हें कुछ महीने के अंतराल के बाद बदल देना चाहिए।
3- इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की तरह चिमनी की नियमित सर्विस जरूरी है। कंपनी की ओर से तय मानकों के मुताबिक सर्विस कराएं।
4- चिमनी की फिटिंग एक्सपर्ट मैकेनिक से ही कराएं। तार और प्लग में स्पार्किंग भी चिमनी में आग लगने की वजह होती है।
5- डक्ट टेप वाली चिमनी किचन में लगवाएं। इस तरह की चिमनी में कम देखभाल की जरूरत होती है। साथ ही इसके फिल्टर भी लंबे समय तक चलते हैं।
6- भारतीय किचन में सबसे ज्यादा बैफल और मैश फिल्टर वाली चिमनियों का इस्तेमाल किया जाता है। इस तरह की चिमनियों में डबल लेयर्ड फिल्टर लगा होता है, जिसकी सक्शन कपैसिटी काफी ज्यादा होती है। ऐसी चिमनियों को गरम पानी और सर्फ से साफ करें। इससे इनके बंद छिद्र खुल जाएंगे।
7- बैफल फिल्टर वाली चिमनियों को हर दो-तीन हफ्ते में बदलना साफ करना चाहिए। कई बार चिमनी गरम पानी और सर्फ के मिश्रण से साफ नहीं हो पाती। ऐसी स्थिति में सोडियम हाइड्रोऑक्साइड या फिर कॉस्टिक सोडा का इस्तेमाल करें। हालांकि इस प्रक्रिया से चिमनी साफ करने के दौरान कमजोर दिल वाले लोग दूर ही रहें क्योंकि यह प्रक्रिया खतरनाक हो सकती है।
8- चारकोल फिल्टर वाली चिमनी है तो उसे हर 4-5 महीने में बदलवाएं क्योंकि उन्हें साफ नहीं किया जा सकता।
9- किचन के लिए चिमनी बेहद जरूरी है क्योंकि इसके जरिए धुआं और तेल के कण बाहर निकलते हैं और किचन साफ रहता है।