कान की बाली और नाक की नथ निकालने के बाद नीट दे पाए स्टूडेंट 

भोपाल
एमबीबीएस और बीडीएस मेडिकल कोर्सेज में दाखिले के लिए रविवार को देशभर के 154 शहरों के हजारों केंद्रों पर नीट परीक्षा आयोजित किया गया। शहर के 17 परीक्षा केंद्रों पर नीट आयोजित हुई। करीब 15 हजार विद्यार्थयों में से करीब पांच फीसदी विद्यार्थी परीक्षा देने केंद्रों तक नहीं पहुंचे हैं। नीट परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र पर पहुंचे विद्यार्थियों की तीन चरणों में जांच हुई। गलती से क्लिप लगाकर आने वाली छात्राएं, जूता पहनकर आने वाले छात्रों सहित सीबीएसई के नियमों का पालन नहीं करने वाले विद्यार्थियों को जांच करके यह सब उतरवा लिया गया। वहीं फुल शर्ट पहने बच्चों की स्लीव्स भी काट दी गई। 

विद्यार्थी ब्लूटूथ या कोई और डिवाइस लगाकर न बैठें। इसके लिए उनके कानों की भी चेकिंग की गई। वहीं परीक्षा केंद्र के बाहर ब्रेसलेट के अलावा पर्स, एटीएम कार्ड, लॉकेट, जूते, हेयर क्लिप, रबर बैंड, कान के बाले, नाक की कील आदि की चेकिंग की गई।

केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-1 में तो केंद्र के बाहर अव्यवस्थाओं को लेकर कुछ पालकों ने हंगामा तक किया। पीने के पानी का इंतजाम नहीं होने और गर्मी में दोपहर 12 बजे तक परिसर के अंदर प्रवेश नहीं देने पर खासी नाराजगी जाहिर की। पालकों का गुस्सा देख केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-1 में दोपहर 12.15 बजे से बच्चों को परिसर के अंदर चैकिंग के बाद प्रवेश दिया गया, ताकि वह पेड़ की छांव में बैठ सके। कुछ इसी तरह का नजारा मिलेनियम ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशन में भी देखने को मिला। चिलचिलाती धूप से बचने के लिए जैसे-तैसे छात्र परिसर के अंदर पहुंचे तो छात्राओं को कान की बाली और नथ उतारने के लिए दोबारा बाहर भेज दिया। 

भोपाल में इन केंद्रों पर हुई परीक्षा
दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक राजधानी के मिलेनियम ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशन, ट्रूबा इंजीनियरिंग कालेज ग्लोबस कॉलेज आॅफ फामेर्सी, टीआईटी कॉलेज, आईईएस कॉलेज और स्कूल, बोनी कोएड स्कूल, डीपीएस और दिल्ली पब्लिक स्कूल, सरदार पटेल पब्लिक स्कूल, इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, कारमल कान्वेंट, भेल स्कूल, कमलादेवी स्कूल, महर्षि विद्या मंदिर, पीपुल्स पब्लिक स्कूल और केंद्रीय विद्यालय 1 व 2 में परीक्षाएं आयोजित हुई। आईईएस और ट्रूबा कालेज ने विद्यार्थियों और पालकों को ठहरने के लिए काफी इंतजाम किए थे। इससे सभी प्रभावित हुए हैं। 

पहली बार पेन और पेपर मोड पर परीक्षा
यह परीक्षा पहली बार पेन और पेपर मोड पर आयोजित हुई परीक्षा। परीक्षा केंद्र के मुख्य गेट पर बड़ी दीवार घड़ी लगाई गई, ताकि डेढ़ बजे के बाद आने वाले छात्रों को लेट होने की सूचना दी जा सके। 

विद्यार्थियों ने बताए नीट का कुछ खास अंश 

  • नीट परीक्षा में अभ्यर्थियों को इंग्लिश के अलावा हिंदी और उर्दू में भी प्रश्नपत्र दिया गया। आवेदन के समय विद्यार्थियों से भाषा का विकल्प पूछा गया था। इंग्लिश चुनने वाले विद्यार्थी को इंग्लिश टेस्ट बुकलेट दिया गया। वहीं जिन विद्यार्थियों ने हिंदी विकल्प का चयन किया था। उन्हें हिंदी के अलावा इंग्लिश का भी टेस्ट बुकलेट दिया गया। हिंदी के अलावा बाकी भाषाओं का चयन करने वालों को भी उनकी भाषा के अलावा इंग्लिश टेस्ट बुकलेट दिया गया।
  • मैं अपना आधार कार्ड लाना भूल गया। रविवार को दुकानें बंद होने से उसे डाउनलोड कर नया भी नहीं निकलवा सका। भाई को काम छोड़कर केंद्र तक आधार कार्ड लाकर देना पड़ा। 
  • पूरा पेपर एनसीईआरटी बेस्ड था। बाहर से एक भी प्रश्न नहीं आए थे। बायो के 90, फीजिक्स और कैमेस्ट्री के 45-45 प्रश्न पूछे गए थे। ओवर आॅल सरल ही पेपर आया था।  
  • पिछले साल की तुलना में पेपर सरल था। अच्छा रिजल्ट आने की उम्मीद है। फीजिक्स-कैमेस्ट्री का पेपर ईजी था। पिछले साल की अपेक्षा इस बार बॉटनी जरूर थोड़ा ओवर गया।  

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