कांग्रेस नेता निरूपम ने मुंबई में लाखों जाली मतदाताओं के होने का आरोप लगाया
मुंबई
मुंबई कांग्रेस प्रमुख संजय निरूपम ने बुधवार को आरोप लगाया कि मुंबई में लाखों की संख्या में जाली मतदाता पंजीकृत हैं। उन्होंने महानगर में 9 लाख फर्जी मतदाताओं के होने का आरोप लगाकर नए विवाद को जन्म दे दिया है।
निरूपम का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब देश के अगले लोकसभा चुनावों में महज कुछ महीनों का समय ही बचा हुआ है। उन्होंने सबूतों के साथ दावा किया कि 6 लोकसभा सीटों वाली देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बड़ी तादाद में फर्जी वोटर्स के नाम शामिल हैं। महाराष्ट्र प्रदेश चुनाव आयोग ने बताया कि यह मामला भारतीय चुनाव आयोग के दायरे में आता है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि एक ही चुनावी क्षेत्र में एक ही व्यक्ति के अलग-अलग चुनावी बूथों में कई सारे वोटर आईडी हैं। कई केस तो ऐसे हैं, जहां एक आदमी दो अलग नाम, उम्र, अड्रेस के साथ दर्ज है। उन्होंने कहा, ‘कई (वास्तविक) मतदाता हैं, जिनका दावा है कि उन्हें अपना वोटर पहचान पत्र नहीं मिला है। या तो ये कांग्रेस के मतदाता हैं या फिर वे अल्पसंख्यक समुदाय के लोग हैं। इन लाखों फर्जी वोटर्स के पीछे कोई वोटर माफिया काम कर रहा है, जो किसी पार्टी विशेष को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा कर रहा है।’
निरूपम ने दावा किया कि मगाठाणे विधानसभा क्षेत्र में उन्होंने 638 मतदाता पहचान पत्र की पड़ताल की, इसमें केवल 182 वास्तविक मतदाता थे। दिंढोसी निर्वाचन क्षेत्र में 552 मतदाता पहचान पत्र की जांच की तो इसमें केवल 290 ही असली थे। उन्होंने आरोप लगाया, ‘हर विधानसभा क्षेत्र में 15000 से 20000 जाली मतदाता पंजीकृत हैं। हर संसदीय क्षेत्र में ऐसे जाली मतदाताओं की संख्या सवा लाख से डेढ़ लाख तक है।’