कवर्धा के 2 पंचायतों में निर्दलीय पार्षदों के पास है शहर सत्ता की चाबी, साधने में लगी कांग्रेस-BJP

कवर्धा
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कवर्धा (Kawardha) में नगरीय निकाय चुनाव (Urban body elections) में जीत हार का फैसला हो गया है. दो नगरीय निकाय में कांग्रेस (Congress) अपने बलबुते शहर की सत्ता में काबिज हो रही है, लेकिन तीन नगर पंचायतों में अध्यक्ष को लेकर पेंच फंस रहा है. नगर पंचायत पिपरिया व नगर लोहारा में बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) बराबरी पर हैं. 15-15 वार्ड वाले नगर पंचायत में बीजेपी ने 7 व कांग्रेस ने भी 7 वार्डों में जीत दर्ज की है. वहीं एक-एक वार्डों में निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव जीता है.

कवर्धा (Kawardha) के दो नगर पंचायतों में शहर सत्ता की चाबी निर्दलीय पार्षद के हाथों में है. निर्दलीय पार्षद जिसकी ओर जाएगा उसका अध्यक्ष बनना तय है. बीजेपी (BJP) ने तो दावा किया है कि नगर पंचायत लोहारा में बीजेपी का अध्यक्ष बन रहा है. क्योंकि यहां से जो बागी जीता है, वो बीजेपी का ही बागी है. वहीं नगर पंचायत पिपरिया में भी एक बागी को अपनी ओर करने का प्रयास किया जा रहा है.

कवर्धा बीजेपी के जिलाध्यक्ष अनिल ठाकुर का कहना है कि पिपरिया और लोहारा दोनों ही नगर पंचायतों में हमारा ही अध्यक्ष बनेगा. क्योंकि निर्दलीय उनके समर्थन में हैं. उन्हें मना लिया गया है. हांलाकि कांग्रेस इस मुद्दे पर कुछ भी साफ साफ कहने से बच रही है. कांग्रेस के नेता आफ द रिकॉर्ड कह रहे हैं कि सत्ता के खिलाफ कोई नहीं जा सकता, देर सबेर उनकी ओर आ जाएंगे.

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