कर्नाटक में लालच की जीत, लोकतंत्र और ईमानदारी की हार: राहुल गांधी

 
नई दिल्ली/बेंगलुरु 

कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस की गठबंधन सरकार गिरने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधा है। राहुल ने ट्विटर के जरिए बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा है कि कर्नाटक में लालच की जीत हुई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी को कठघरे में खड़ा किया है। 
 
सभी कॉमेंट्स देखैंअपना कॉमेंट लिखेंराहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा, 'कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार बनने के पहले दिन से बाहरी और भीतरी दोनों ओर से यह निशाने पर थी। जो लोग इस गठबंधन को सत्ता के रास्ते में एक खतरे और बाधा के रूप में देख रहे थे, आज उनका लालच जीत गया है। यह लोकतंत्र, ईमानदारी और कर्नाटक की जनता की हार है।' 

प्रियंका गांधी ने भी बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, 'एक दिन बीजेपी को पता चलेगा कि सब कुछ खरीदा नहीं जा सकता, हर किसी की बोली नहीं लगाई जा सकती और हर झूठ का आखिरकार पर्दाफाश होता है। तब तक मुझे लगता है कि हमारे देश की जनता को कमजोर होते लोकतंत्र, उनके बेलगाम भ्रष्टाचार और उन संस्थाओं के व्यवस्थित विध्वंस को सहन करना होगा, जिन्होंने जनता के हितों की रक्षा के लिए दशकों का परिश्रम और बलिदान दिया है।' 

14 महीने पुरानी कुमारस्वामी सरकार गिरी 
मंगलवार शाम कर्नाटक में 14 महीने पुरानी एचडी कुमारस्वामी सरकार विधानसभा में बहुमत साबित करने में नाकाम रही। विश्वास मत प्रस्ताव पर वोटिंग में सत्ता पक्ष को महज 99 वोट मिले, जबकि बीजेपी के पक्ष में 105 वोट पड़े। सदन में उस समय कुल 204 विधायक मौजूद थे। विश्वास मत में जीत के बाद बीजेपी के विधायक विक्ट्री साइन दिखाते नजर आए। उधर, कांग्रेस और जेडीएस के खेमे में मायूसी दिखी। 

कौन-कौन नहीं थे सदन में 
दरअसल, कार्यवाही में 20 विधायकों ने हिस्सा नहीं लिया जिससे सदन की संख्या घटकर 204 रह गई। मंगलवार शाम जिस वक्त विश्वास मत पर वोटिंग हो रही थी, उस समय कांग्रेस-जेडीएस के 17, बीएसपी के एक और 2 निर्दलीय विधायक सदन में नहीं आए। इस तरह गठबंधन सरकार 103 का जादुई आंकड़ा नहीं जुटा सकी। 

येदियुरप्पा को मिलेगा सरकार गठन का न्योता 
विश्वास मत प्रस्ताव में सरकार गिरने के बाद एचडी कुमारस्वामी ने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे को गवर्नर ने स्वीकार भी कर लिया है। जल्द ही सूबे के गवर्नर वजुभाई वाला बीजेपी के नेता बीएस येदियुरप्पा को सरकार गठन का न्योता दे सकते हैं। इससे पहले स्पीकर रमेश कुमार ने विधायकों को खड़ाकर सत्ता और विपक्ष के नंबरों की गिनती की। स्पीकर ने विधानसभा में हर पंक्ति को अलग-अलग खड़ा कर अधिकारियों से विधायकों की गिनती कराई। संभवत: ऐसा पहली बार हुआ है कि जब सदन में विधायकों की गिनती फिजिकली की गई है। 
कुमारस्वामी सरकार के गिरने के बाद अब बीजेपी ने सत्ता में आने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। बीजेपी ने सरकार गठन का खाका खींच लिया है ताकि अंतिम समय तक कोई 'खेल' न हो सके। यही वजह है कि मुंबई में कैंप कर रहे कांग्रेस-जेडीएस के बागी विधायक येदियुरप्पा के सीएम पद की शपथ लेने के बाद ही बेंगलुरु के लिए रवाना होंगे। 

बीजेपी के सूत्रों ने बताया कि कुमारस्वामी सरकार के विश्वासमत हासिल न करने से बागी विधायक 'बहुत खुश' हैं। इस बीच बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि वह पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी चीफ अमित शाह से मुलाकात कर बातचीत करेंगे। उसके बाद वह गवर्नर से मुलाकात करने के लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बुधवार को बीजेपी ने अपने विधायकों की मीटिंग भी बुलाई है। 
 

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