एग्जिट पोल से कांग्रेस में हलचल, मतगणना से पहले बुलाई प्रत्याशियों की बैठक

भोपाल
 एग्जिट पोल के नतीजों ने जहां बीजेपी को राहत दी है, वही कांग्रेस को झटका दे दिया है।हालांकि कांग्रेस एग्जिट पोल के नतीजों को नकार अब भी जीत का दावा कर रही है।इसके लिए कांग्रेस ने 23  मई की तैयारियां शुरु कर दी है।बुधवार को इस संबंध में बैठक बुलाई है, जिसमें सभी प्रत्याशियों को मतगणना के दौरान किन किन बातों का ध्यान रखना है कहां आपत्ति लेना है, कहां नही के बारे में जानकारी दी जाएगी।बैठक में यह भी बताया जाएगा कि मतगणना में कौन और किस तरह की गड़बड़ियां हो सकती हैं। इन्हें पकड़ने के लिए प्रत्याशियों को अपने एजेंटों को क्या बताना होगा और उन्हें क्या करना होगा।उम्मीद की जा रही है कि बैठक में सिंधिया भी शामिल हो सकते है, क्योंकि बुधवार को ही उनकी अमेरिका से वापसी होना है।

दरअसल, एग्जिट पोल के नतीजों के बाद कांग्रेस में हलचल मच गई है। इसी के चलते पार्टी ने अभी से 23  मई को होने वाली मतगणना को लेकर रणनीति बनाना शुरु कर दिया है। इसके चलते पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ और प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महासचिव दीपक बाबरिया ने बुधवार को बैठक बुलाई है।बैठक में सभी को मतगणना से संबंधित जानकारी दी जाएगी। खास करके उन प्रत्याशियों को जो पहली बार चुनाव लड़े है या जिनका राजनीति का कोई अनुभव नही।

असल में, कांग्रेस ने इस बार कई बार ऐसे नए चेहरे लोकसभा चुनाव में उतारे हैं, जिन्हें चुनाव लड़ने का अनुभव नहीं है। इनमें भिंड के देवाशीष जरारिया, टीकमगढ़ की किरण अहिरवार, रीवा के सिद्धार्थ तिवारी, छिंदवाड़ा के नकुलनाथ, देवास के प्रहलाद टिपानिया, खरगोन के डॉ. गोविंद मुजाल्दा, धार के दिनेश गिरवाल और बैतूल के रामू टेकाम शामिल हैं। कुछ प्रत्याशी ऐसे भी हैं, जिन्हें नगरीय निकाय, जिला-जनपद पंचायतों के चुनाव का अनुभव है। मगर लोकसभा चुनाव इन सबसे बहुत अलग है और बड़ा क्षेत्र होता है। सुत्रों की माने तो एक्जिट पोल के बाद कांग्रेस सतर्क हो गई है, उसे डर है कि कही बीजेपी ईवीएम या फिर वोटों की गिनती में गड़बड़ी ना कर दे, इसलिए अभी से प्लानिंग शुरु कर दी है।

क्या कहता है एग्जिट पोल

सभी एग्जिट पोल भाजपा के लिए 22 से 27 और कांग्रेस के लिए दो से सात सीटें मिलने की संभावनाएं जता रहे हैं। सभी पोल में भाजपा क्‍लीन स्‍वीप करती नजर आ रही है।टुडेज चाणक्य पोल के मुताबिक, प्रदेश में 2014 का आंकड़ा ही दोहराए जाने की उम्मीद है। पोल कहता है कि साढ़े चार माह पहले हुए विधानसभा चुनाव से उलट लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश से भाजपा को 27 और कांग्रेस को दो सीटें मिलने की उम्मीद है।न्यूज 18 नेटवर्क के आईपीएसओएस के एग्जिट पोल में भी कमोबेश यही स्थिति है। इस सर्वे में भाजपा को 24 से 27 और कांग्रेस को दो से चार सीटें मिलने की उम्मीद है। एबीपी न्यूज के नतीजे जरूर कांग्रेस को राहत देने वाले हैं। इस चैनल ने भाजपा को 22 और कांग्रेस को सात सीटें मिलने की उम्मीद जताई है। सी वोटर ने मप्र में भाजपा को 24 और कांग्रेस को पांच सीटें मिलने का अनुमान जताया है।

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