इंदौर की 50, प्रदेश की 150 दाल मिलों को आयात की मिली मंजूरी
इंदौर
भारत की दाल मिलें अब दुनियाभर के प्रमुख दाल उत्पादक देशों से दाल आयात कर सकेंगे। केंद्र सरकार द्वारा दलहन के आयात से रोक हटाए जाने के बाद अब दलहन के आयात के लिए लायसेंस भी जारी कर दिए गए हैं। आयात के लायसेंस जारी किए जाने को लेकर कुल 1782 आवेदन मिले थे। इनमें से केवल 1294 आवेदन पर ही लायसेंस जारी किया गया है। इसके अलावा 488 आवेदनों को रद्द कर दिया गया है। इंदौर में 50 के साथ प्रदेशभर के 150 दाल उद्योग इसमें शामिल हैं। अब भारत के दाल उद्याेग कुल साढ़े 6 लाख मीट्रिक टन दलहनों का आयात कर सकेंगे।
ऑल इंडिया दाल मिल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल और सचिव दिनेश अग्रवाल ने बताया कि सरकार ने दाल उत्पादकों के स्वीकृत आवेदनों की सूची जारी कर दी है। देश में पानी की कमी से कुल उत्पादन पिछले साल की तुलना में कम हुआ है।
इस पर भारत सरकार के विदेश व्यापार मंत्रालय ने 16 अप्रैल 2019 को वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए तुअर, उड़द, मूंग और मटर का आयात करने के लिए देश की दाल मिलों से लायसेंस अनुमति दिए जाने के लिए आवेदन 30 अप्रैल 2019 तक मंगवाए थे। इसके संबंध में दाल उद्योगों ने केंद्रीय कृषि विकास व किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह से दिल्ली में चर्चा की थी। उसके बाद दालों के लायसेंस के लिए अनुमति प्रदान की गई।
तुअर 2 लाख मीट्रिक टन, उड़द डेढ़ लाख मीट्रिक टन, मूंग डेढ़ लाख मीट्रिक टन अौर मटर डेढ़ लाख मीट्रिक टन आयात करने का कोटा निर्धारित किया गया है। इसमें से तुअर का आयात करने के लिए 1183, मूंग आयात करने के लिए 1012 और उड़द आयात करने के लिए 1117 आवेदनों को मंजूरी दी गई है। इसके अलावा मटर के आवेदनों पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। ऐसे में उसके आयात के लिए भी आवेदनों की स्वीकृति मिल जाएगी।