आपसी सद्भाव की संस्कृति ही देश की शक्ति ; यही देश का भविष्य सुरक्षित रखेगी

भोपाल

मुख्यमंत्री  कमल नाथ ने कहा है कि हमारी अनेकता में एकता और आपसी सद्भाव ही वह ताकत है, जो देश के भविष्य को सुरक्षित रखेगी। उन्होंने कहा कि हम मध्यप्रदेश का ऐसा नक्शा बनाने में जुटे हैं, जिसमें हमारे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ रोजगार भी मिले। मुख्यमंत्री ने युवा पीढ़ी का आव्हान किया कि वे देश और विश्व में विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे परिवर्तनों से जुड़ें, जिससे हमारा प्रदेश किसी भी मामले में पीछे न रहे। श्री नाथ आज रवीन्द्र भवन में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी जी के जन्म- दिवस पर आयोजित युवा संकल्प वर्ष 2019-20 समारोह को संबोधित कर रहे थे।

राजीव गांधी की देन संचार क्रांति

मुख्यमंत्री नाथ ने कहा कि चंद्रगुप्त से लेकर सम्राट अशोक तक हमारा इतिहास, सभ्यता और संस्कृति सद्भाव की रही है। उन्होंने कहा कि राजीव जी ने सद्भाव की संस्कृति को आगे बढ़ाया। यही कारण है कि हम उनके जन्म- दिवस को सद्भावना दिवस के रूप में मनाते हैं।

मुख्यमंत्री ने राजीव जी का स्मरण करते हुए कहा कि वे ऐसे राजनेता थे, जिन्होंने देश को मजबूत बनाने के लिए सही दिशा और दृष्टि दी। उन्होंने विश्व में हो रहे परिवर्तन को पहचाना और उसमें भारत को अग्रणी बनाने के लिए महत्वपूर्ण फैसले लिये। संचार के क्षेत्र में आज हमारा देश पूरे विश्व में अग्रणी है। देश के आई.टी. इंजीनियर, गूगल और पूरे दुनिया में अपना परचम लहरा रहे हैं और उनका सम्मान हो रहा है। इसका श्रेय सिर्फ राजीव गांधी को जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब राजीव गांधी कम्प्यूटर की क्रांति की शुरूआत कर रहे थे, तब निज स्वार्थ से जुड़े लोगों ने उनका भारी विरोध किया था। उनका कहना था कि कम्प्यूटर टेक्नोलॉजी आने से बेरोजगारी बढ़ेगी लेकिन राजीव जी अपनी दूरदृष्टि पर डटे रहे क्योंकि उन्हें देश और युवाओं के भविष्य की चिंता थी। आज परिणाम हमारे सामने हैं। लाखों युवाओं को संचार क्रांति के बाद रोजगार के नए अवसर मिले हैं। श्री नाथ ने कहा कि जो लोग इस तकनीक का विरोध कर रहे थे, वे आज डिजीटल इंडिया बनाने का मुफ्त का श्रेय ले रहे हैं।

परिवर्तनों के साथ चले युवा

मुख्यमंत्री  कमल नाथ ने कहा कि राजीव गांधी जब इस देश के प्रधानमंत्री बने, तब देश कई गंभीर चुनौतियों से जूझ रहा था। उन्होंने पद सम्हालते हुए न केवल उन चुनौतियों का सामना किया बल्कि भविष्य की जरूरतों को समझते हुए देश को नई दिशा और दृष्टि प्रदान की। मुख्यमंत्री ने युवाओं से कहा कि वे अपने देश की महानता को समझें। यह वही देश है, जिसके सामने पूरी दुनिया के लोग नत-मस्तक हैं क्योंकि इतनी विभिन्नताओं और अनेकता के बाद भी हम एक झण्डे के नीचे खड़े हैं। उन्होंने सोवियत संघ का उदाहरण देते हुए कहा कि इतनी बड़ी सामरिक शक्ति होने के बावजूद वह कई टुकड़ों में बंट गया। आज हमारा देश आपसी सद्भाव के कारण शक्तिशाली है। यही हमारी असली ताकत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे देश में तीन प्रकार के नेता होते हैं। एक वह होता है, जिससे जनता प्यार करती है। एक वह होता है, जिससे लोग डरते हैं और एक नेता वह होता है जिसकी लोग उपेक्षा करते हैं। राजीव जी भारतीय राजनीति के ऐसा राजनेता थे, जिन्हें जनता प्यार करती थी।

मुख्यमंत्री  कमल नाथ ने कहा कि प्रदेश में हमारे सामने कई चुनौतियाँ हैं। इसमें सबसे बड़ी रोजगार की चुनौती है, जिसका समाधान करने के लिए हम सुनियोजित रूप से कदम बढ़ा रहे हैं। हमने अपने युवाओं की आशाओं, सपनों और दृष्टिकोण को समझा है। उसके अनुसार हम अपने प्रदेश का नक्शा बना रहे हैं।

कॉमन कैरियर पोर्टल बनेगा

उच्च शिक्षा एवं खेल तथा युवा कल्याण मंत्री  जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश के सभी शासकीय महाविद्यालयों में अध्ययनरत स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं के 10% गरीब सवर्ण विद्यार्थियों को पाठ्य पुस्तकें एवं स्टेशनरी नि:शुल्क प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि अभी तक यह व्यवस्था अनुसूचित जाति-जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के लिए ही थी। पटवारी ने कहा कि प्रदेश में युवाओं में कम्युनिकेशन स्किल और रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए उच्च शिक्षा और कैंब्रिज एसेसमेंट इंग्लिश कैंब्रिज विश्वविद्यालय यूके के बीच एमओयू हुआ है। साथ ही विभाग द्वारा कॉमन कैरियर पोर्टल भी विकसित किया जा रहा है, जहां छात्र-छात्राओं एवं उद्यमियों को एक प्लेटफार्म उपलब्ध होगा। इससे युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार प्राप्त हो सकेगा।

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