निकाय चुनाव की आहट के बीच अव्यवस्थाओं से नाराज़ लोगों ने निकाली भोपाल मेयर की ‘शव यात्रा’
भोपाल
निकाय चुनाव (Civic Body Election) की आहट के साथ ही मध्य प्रदेश में नगर निगमों की सियासत तेज़ हो गई है. रविवार को राजधानी भोपाल के चांदबड़ इलाके में कांग्रेस (Congress) कार्यकर्ताओं ने मेयर आलोक शर्मा की अर्थी निकालकर विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने निगम की व्यवस्था से नाराज़ लोगों के साथ मेयर आलोक शर्मा की शव यात्रा निकाली. कांग्रेस कार्यकर्ता स्थानीय लोगों के साथ शव यात्रा निकालते हुए 80 फीट रोड पहुंचे जहां निगम प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की. बाद में नाराज लोगों ने 80 फीट रोड जाम कर दिया. आपको बता दें कि अगले साल की शुरुआत में ही होने वाले निकाय चुनावों को लेकर कांग्रेस और भाजपा (BJP) ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. इस वजह से ही जनहित के मुद्दों को लेकर दोनों पार्टियां अलग-अलग तरह से लोगों का ध्यान खींचने की कोशिश कर रही है.
भोपाल के 80 फीट रोड पर दौरान प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ पुलिस की झड़प भी हुई. बाद में पुलिस ने किसी तरह लोगों को बीच सड़क से हटाया. दरअसल चांदबड़ इलाके के लोग इस बात से नाराज़ हैं कि मेयर आलोक शर्मा ने उनके इलाके के श्मशान घाट की व्यवस्थाओं को सुधारने का वायदा किया था, लेकिन मेयर बनने के बाद से आज तक उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया. यही वजह है कि स्थानीय लोगों को सड़कों पर उतरना पड़ा. इसके साथ ही स्थानीय लोग इलाके में नियमित साफ सफाई नहीं होने से भी नाराज़ हैं.
नगर निगम और नगर पालिकाओं में विरोध के सुर अब इसलिए भी तेज़ हो रहे हैं क्योंकि सूबे में निकाय चुनाव आने वाले हैं. अगले साल जनवरी में निकाय चुनाव प्रस्तावित है. इस बार सरकार मेयर का चुनाव प्रत्यक्ष कराने के बजाए पार्षदों के जरिए कराने की भी तैयारी में है. ऐसे में चुनाव से पहले बीजेपी-कांग्रेस में विरोध की सियासत शुरू हो गई है. इस चुनाव में जनहित के मुद्दों को ही मोहरा बनाया जा रहा है.
मेयर आलोक शर्मा की वादाखिलाफी को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने 80 फीट रोड पर सख्त नाराजगी जताई. लोगों की मांग थी कि नगर निगम प्रशासन जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का समाधान करे. स्थानीय निवासी दीपक कुमार ने कहा कि मेयर ने श्मशान घाट की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करना का वादा किया था, लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ. अभी हाल ही में इस इलाके में 4 लोगों की मौत हो गई, लेकिन चांदबड़ श्मशान घाट पर व्यवस्था न होने के चलते उनका अंतिम संस्कार नहीं हो पाया. इलाके में साफ-सफाई भी नियमित रूप से नहीं हो रही है.